भोपाल
प्रदेश में सोमवार से पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिए जाने की व्यवस्था शुरू होने जा रही है। वीकली आॅफ के चलते हर दिन थानों के सात हजार से ज्यादा का बल अवकाश पर रहेगा।
अकेले भोपाल और इंदौर में ही 1100 के लगभग का बल हर दिन अवकाश पर रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद डीजीपी सुधीर सक्सेना ने इसे लागू तो कर दिया है, लेकिन इनते बल का हर दिन मैनेजमेंट करना हर पुलिस अधीक्षक के लिए टेडी खीर साबित हो सकता है। प्रदेश के पुलिसकर्मियों की लंबे अरसे से मांग थी कि उन्हें साप्ताहिक अवकाश दिया जाए, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इससे पहले भी एक बार साप्ताहिक अवकाश दिए जाने का ऐलान कर चुके थे।
यह व्यवस्था कुछ दिन चली, लेकिन पुलिस बल कम होने के चलते जल्द ही इस पर विराम लग गया। इसके बाद कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में यह वादा किया था कि वह पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देगी, कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह व्यवस्था कुछ दिन के लिए लागू हुई, फिर बंद हो गई।
अब तीसरी बार फिर से इस व्यवस्था को शुरू किया गया है, लेकिन इस बार डीजीपी ने स्वयं होमवर्क कर सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि यह व्यवस्था अब लागू ही रहेगी। इसके लिए सभी पुलिस अधीक्षकों को रविवार तक रोस्टर बनाकर अवकाश देने की व्यवस्था करना है। इन व्यवस्था से प्रदेश में हर दिन सात हजार दो सौ के लगभग पुलिसकर्मी अवकाश पर रहेंगे।
हर थाने में जो बल है, उसे सात दिन के अनुसार एक-एक दिन साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा। थानों में पचास हजार के करीब बल है। ऐसे में करीब सात हजार यानि 14फीसदी बल हर दिन अवकाश पर रहेगा। इसी तरह थानों में टू आई सी बनाए जाएंगे। थाना प्रभारी जिस दिन अवकाश पर रहेंगे, उस दिन का काम टू आईसी देखेंगे। इसके अलावा उपसंभाग में जितने भी थाने आते हैं, उनके प्रभारियों को अलग-अलग दिन अवकाश दिया जाएगा।
-सुधीर कुमार सक्सेना, डीजीपी