रायपुर
अश्वनी नगर में स्थित बिन्दा सोनकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बारिश की बौछारों के बीच स्कूल के छात्र-छात्राओं ने ग्रीन डे मनाया। इस दौरान बच्चों ने पौधों का संरक्षण कैसे करें व उसे किस तरह से बचाया जाए इसका संदेश दिया। छात्रों ने क्राफ्ट एक्टीविटी, ग्रीन फुड और ग्रीन फ्रुट की वेशभूषा में स्कूल पहुंचे हुए थे। वहीं टीफिन में ग्रीन कलर के फूड, फ्रुट लाकर छात्रों ने कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर स्कूल की प्राचार्य सायरा बानो, शिक्षिका सीमा वासनिक, सरिता यादव, सुषमा, कौशिक, ममता शर्मा, वर्षा, चेतना, पूर्णिमा, ममता सोनकर, सरिता सोनकर, पुष्पा, अनीता, सरिता सोनकर, माया, किरण व शिक्षक टेकराम उपस्थित थे। इस दौरान बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।
स्कूल की प्राचार्य सायरा बानो ने बताया कि बच्चों को हरे रंग का महत्व बताने के लिए यह आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल की शिक्षिकाओं के द्वारा उन्हें मनोरंजक तरीके से हरी सब्जी-फल और जनउपयोगी हरी चीजों का महत्व बताया गया। बच्चे पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हरे रंग के परिधान में विद्यालय पहुंचे और अपने साथ हरे रंग के बैलून व पौधा लेकर साथ आए थे। इस मौके पर बिन्दा सोनकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। शिक्षक शिक्षिकाओं ने बच्चों को हरे रंग का महत्व को समझाया एवं फल और हरी सब्जियों को खाने की सलाह बच्चों को दिया। हरी सब्जियां खाने से हमारे शरीर पर क्या प्रभाव होता है इसकी जानकारी भी बच्चों दी। हरी सब्जियों के सेवन से विशेष कर हमारे आंखों की रोशनी तेज होती है इसका महत्व उन्हें बताया।
शिक्षिका सीमा वासनिक ने कहा कि यदि हम अपने जीवन से प्यार करते हैं तो पेड़ पौधों से लगाव रखना अनिवार्य है। पेड़ पौधे हैं तो जीवन है। यदि पर्यावरण ही संतुलित नहीं रहा तो जीवन का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। हम सब का कर्तव्य बनता है कि अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और उनको संरक्षित भी करें। कक्षा नर्सरी, जूनियर केजी, सीनियर केजी के बच्चों के साथ कक्षा पहली से 8वीं तक की पढ़ाई करने वाले छात्राओं ने पर्यावरण का संदेश देते हुए किसी ने पीपल पेड़ तो कोई बरगद का पेड़ बनकर स्कूल परिसर पहुंचे हुए थे। वहीं कई बच्चे अपने साथ विभिन्न प्रकार के पौधे लाकर उसे संरक्षित करने का संकल्प लिया।