नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी ने एनडीए सांसदों की मीटिंग के दौरान भाजपा के त्याग की याद दिलाई। उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि हमने ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया, जो इसके लिए योग्य नहीं थे। उन्होंने कहा कि हमने ज्यादा सीटें हासिल कीं, लेकिन गठबंधन धर्म के लिए ऐसा किया गया। पीएम ने इस दौरान पंजाब का भी उदाहरण दिया, जहां भाजपा अकाली दल के साथ सत्ता में रही थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कभी पंजाब में मुख्यमंत्री पद की मांग नहीं की।
बिहार, दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों के एनडीए सांसदों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने यह बात कही। उन्होंने सांसदों से यह भी कहा कि उन्हें सिर्फ उस जाति के लोगों के बीच ही नहीं रहना चाहिए, जिससे वह आते हैं। उन्हें कोशिश करनी चाहिए कि सभी जातियों के लोगों के साथ जुड़ें। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी की कोई जाति नहीं होती। इसलिए सांसदों को चाहिए कि वे सभी वर्गों के उन लोगों से जुड़ें, जो वंचित हैं और गरीबी के शिकार हैं। इन दिनों वह लगातार सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को दिन में बिहार के एनडीए सांसदों से मुलाकात की। इसके बाद देर शाम को हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और कुछ अन्य राज्यों के सांसदों से भी मीटिंग की। पीएम मोदी इन दिनों सांसदों को जनता के बीच जाने के गुर सिखा रहे हैं। एनडीए सांसदों से मुलाकात से पहले वह भाजपा के सांसदों से भी मीटिंग्स कर चुके हैं। भाजपा के सांसदों से भी पीएम मोदी ने कहा था कि वे अकेले राम मंदिर के भरोसे ही न रहें। इसकी बजाय जनता के बीच जाएं और उन्हें सरकारी योजनाओं के बारे में बताएं। इसके अलावा सरकार की ओर से अब तक किए गए कामों और उनसे मिले फायदों के बारे में भी लोगों को जानकारी दें।