हैदराबाद
तेलंगाना में लगातार भारी बारिश के मद्देनजर तेलंगाना के सभी शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार को भी बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के कार्यालय ने घोषणा की। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी को शुक्रवार को बंद करने के आदेश जारी करने के निर्देश जारी किए गए हैं। तेलंगाना में 22 जुलाई के बाद से हो रही बारिश के कारण आठ लोगों की जान चली गई है, जबकि राज्य में गुरुवार को भारी बारिश जारी रही। इस कारण से निचले इलाकों में पानी भर गया और सड़कों और फसलों को नुकसान हुआ है। राज्य में पिछले सप्ताह से बारिश हो रही है और जिसके कारण कई स्थानों पर सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 22 जुलाई से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम केंद्र ने कहा कि हनुमाकोंडा में कई स्थानों पर और मुलुगु, जयशंकर भूपालपल्ली जिलों में कुछ स्थानों पर और जनगांव, भद्राद्री कोठागुडेम, करीमनगर और वारंगल जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हई है।
वायुसेना ने छह लोगों को बचाया
रिपोर्ट के अनुसार, जयशंकर भूपालपल्ली जिले के चित्याल में 62 सेमी बारिश हुई जबकि रेगोंडा में 47 सेमी में बारिश हुई है। हनुमाकोंडा जिले के पार्कल में 46 सेमी बारिश हुई है। भारतीय वायुसेना ने जयशंकर-भूपालपल्ली जिले के बाढ़ प्रभावित नैनपाका गांव में अर्थमूविंग और कंस्ट्रक्शन मशीन के ऊपर फंसे छह लोगों को बचाया है।
सरकार चला रही राहत अभियान
सीएमओ की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार सुबह से बारिश की स्थिति की समीक्षा की और मंत्रियों, जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों को राहत उपायों और जानमाल के नुकसान को रोकने के बारे में सचेत किया। मुख्य सचिव ए शांति कुमारी ने बताया कि राज्य में 108 गांवों के 10,696 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, भूपालपल्ली जिले के मोरमपल्ली गांव के 600 लोगों और पेद्दापल्ली जिले के मंथनी के गोपालपुर के पास एक रेत खदान में फंसे 19 श्रमिकों को बचाया गया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को भारी बारिश के कारण गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में गहन राहत और पुनर्वास कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया है।उन्होंने कलेक्टरों के साथ एक टेलीकांफ्रेंस की और मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित जिलों में किए गए राहत और पुनर्वास उपायों के साथ-साथ पूर्व-सावधानी उपायों का जायजा लिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि बचाव और राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को तुरंत खम्मम शहर और एक हेलीकॉप्टर को बुरुगमपहाड़ भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर जहां यात्री फंसे हुए हैं, वहां राहत उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि आवश्यक कंबल, चादरें और अतिरिक्त दवाएं जिलों को भेजी जाएंगी।
मुख्य सचिव ने पिछले कुछ दिनों से राज्य में हो रही भारी बारिश के बावजूद जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए कलेक्टरों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों के कलेक्टरों से प्राप्त अनुरोधों के अनुसार एनडीआरएफ और अन्य बचाव और राहत टीमों को तैनात करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चार और हेलीकॉप्टर और 10 एनडीआरएफ टीमें भेजने का अनुरोध किया गया है और जल्द ही अतिरिक्त टीमें आने की उम्मीद है।