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समरसता यात्रा ने तीसरे दिन सिवनी, सीधी, मुरैना, मंदसौर, बड़वानी में दिया सद्भावना संदेश

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प्रदेश भर की माटी और जल से बनने वाला संत रविदास स्मारक सद्भावना की अनूठी मिसाल होगा

भोपाल

संत रविदास के संदेश और जीवन मूल्यों के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न स्थानों से निकाली जा रही समरसता यात्राएँ 12 अगस्त को सागर पहुँचेंगी जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर निर्माण का शिलान्यास करेंगे। यात्राओं ने तीसरे दिन सिवनी, सीधी, मुरैना, मंदसौर, बड़वानी जिले में सद्भावना का संदेश दिया।

संत रविदास समरसता यात्राओं में प्रतिदिन जनसैलाब जुड़ रहा है। यात्रा के तीसरे दिन आज मंदसौर में संत 1008 सुरेशानंद सरस्वती जी महाराज, सीधी जिले में विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम, सिवनी जिले में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, मुरैना जिले में पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य और बड़वानी जिले में पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल संत रविदास की पादुका और कलश की पूजा-अर्चना कर यात्रा में शामिल हुए।

सीधी

सिंगरोली से 26 जुलाई को प्रारंभ समरसता यात्रा दूसरे दिन आज सीधी पहुँची। सीधी में विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम ने संत शिरोमणि रविदास जी की चरण पादुका का पूजन कर उन्हें अपने सिर पर उठाकर नगर भ्रमण कराया। यात्रा जिले के कुसमी से प्रारंभ होकर दुआरी, ठाड़ीपाथर, टमसार, रामपुर, पोड़ी, गोतरा, शंकरपुर, भदौरा, महखोर, टिकरी, डोल, बरमबाबा, गांधीग्राम, नेबूहा होते हुए सीधी पहुँची। सीधी शहर से सेमरिया, हनुमानगढ़, पोस्ता होते हुए यात्रा शिकारगंज चोभरा पहुँचेगी।

सिवनी

बालाघाट जिले से 25 जुलाई को प्रारंभ मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार के नेतृत्व में 26 जुलाई की शाम को कटंगी पहुँची। समरसता यात्रा का गुरुवार 27 जुलाई को बरघाट विकासखंड के गंगेरुआ ग्राम की सीमा से सिवनी जिले में प्रवेश हुआ। भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक दुबे, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना बिसेन, पूर्व विधायक कमल मर्सकोले, नरेश वरकड़े,अजय डागोरिया सहित अन्य स्थानीय जन-प्रतिनिधियों ने यात्रा की अगवानी की तथा चरणपादुका का पूजन-अर्चन किया। यात्रा ने आज कटंगी एवं तिरोड़ी तहसील के ग्रामों का भ्रमण किया, जहाँ ग्रामीणों ने उत्साह के साथ स्वागत और चरण पादुका का पूजन किया।

मंदसौर

संत शिरोमणि रविदास मंदिर निर्माण समरसता संदेश यात्रा गुरुवार को मंदसौर जिले के सुवासरा विधानसभा क्षेत्र से प्रारंभ हुई। यात्रा जिस-जिस गाँव में पहुँची वहाँ लोगों में उत्साह देखने को मिला। जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से जगह-जगह पर जनमानस में यात्रा का संदेश दिया गया। इस दौरान संत 1008 सुरेशानंद सरस्वती जी महाराज, गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ सहित अन्य जन-प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में ग्रामीण और भक्तजन मौजूद रहे। यात्रा ने सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के गाँव दीपाखेड़ा, साताखेड़ी, दलावदा, ढंढेड़ा, लदूना, सूरखेड़ा, हानड़ी, कम्माखेड़ी, बोरखेड़ा, सूर्याखेड़ा, नाटाराम, कयामपुर, धाकड़ पिपलिया, गलिहारा के बाद गरोठ विधानसभा क्षेत्र के गाँव प्रतापपुरा, धलपट, बड़ियागुर्जर, जमुनिया, किशोरपुरा, तरनौद, ढाबलाभगवान, सेमलीकाकड़, जगदी, नाथूखेड़ी एवं ढोढर में भ्रमण कर संत रविदास जी महाराज के जीवन मूल्यों का संदेश दिया। यात्रा का रात्रि विश्राम गरोठ में होगा। जहाँ से यात्रा सुबह नागेश्वर चोमेला (रतलाम) के लिए प्रस्थान करेगी।

जनसंवाद में संत सुरेशानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति संत रविदास जी महाराज के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारे। महाराज का जीवन चरित्र एकजुट एवं समतामूलक समाज के निर्माण का संदेश देता है।

बड़वानी

बड़वानी जिले में संत शिरोमणि गुरुदेव रविदास जी समरसता यात्रा का पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने चरण पादुका का पूजन-अर्चन और उसे सिर पर रखकर स्वागत किया।

धार जिले से 25 जुलाई प्रारंभ यात्रा ने आज बड़वानी जिले में प्रवेश किया। यात्रा के दौरान संत शिरोमणि गुरुदेव रविदास के विचारों का प्रवर्तन तथा सांकेतिक रूप से प्रदेश के ग्रामों से मिट्टी एवं 313 नदियों का जल एकत्र कर बडतूमा सागर में मंदिर निर्माण हेतु समाज को जोड़ना है।

समरसता यात्रा के दौरान 28 जुलाई को बड़वानी नगर के पुराना कलेक्ट्रोरेट, महालक्ष्मी गेस्ट हाउस, झण्डा चौक, रणजीत चौक, मोटी माता मंदिर, पुराना मटन मार्केट, मांगलिक भवन रेदास मार्ग वाल्मिकी बस्ती में जन संवाद कार्यक्रम होगा। इसके बाद ग्राम तलुन, धनोरा बसाहट, बोरलाय, अंजड, बिल्वा, राजपुर में यात्रा का स्वागत किया जायेगा। राजपुर होते हुए यात्रा पलसूद पहुँचेगी जहाँ से जन संवाद के पश्चात यात्रा सेन्धवा के लिए प्रस्थान करेगी। सेन्धवा में रात्रि विश्राम होगा।

बड़वानी जिले में यात्रा का गाँवों में हर्षोल्लास के साथ पुष्प-वर्षा कर स्वागत और संत रविदास जी की चरण पादुका तथा कलश का पूजन किया गया। मंदिर निर्माण के लिए श्रद्धालुओं ने अपने गाँव की पावन मिट्टी और नदियों का जल यात्रा को समर्पित किया। नागरिकों ने लोक नृत्य एवं अन्य प्रस्तुतियों के माध्यम से खुशी की अभिव्यक्ति की। यात्रा के दौरान जन-संवाद कार्यक्रमों से संत रविदास जी के संदेश एवं दर्शन को आमजन तक पहुँचाया गया।

मुरैना

संत रविदास समरसता यात्रा का मुरैना पहुँचने पर पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, मध्यप्रदेश बाँस एवं बाँस शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष तथा यात्रा के संयोजक घनश्याम पिरोनिया और अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के अध्यक्ष रघुराज सिंह कंषाना ने स्वागत किया

28 जुलाई की समरसता यात्रा का रूट

नीमच से प्रारंभ प्रथम रूट की समरसता यात्रा तीसरे दिन 28 जुलाई को रतलाम, द्वितीय रूट की धार यात्रा बड़वानी, तृतीय रूट की श्योपुर की यात्रा मुरैना, चतुर्थ रूट की बालाघाट की यात्रा सिवनी एवं पाँचवें रूट की सिंगरौली की यात्रा सीधी में संत रविदास के संदेशों को जन-जन तक पहुँचायेगी।