भोपाल
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ग्वालियर दौरे के दौरान शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है। कांग्रेस ने अपने आफिशियल ट्वीटर पर भी प्रियंका गांधी द्वारा आरोप पत्र जारी करना बताया गया है, लेकिन अब कांग्रेस के नेता आरोप पत्र जारी करने की बात कबूल नहीं रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस की आरोप पत्र समिति को भी यह नहीं पता कि शुक्रवार को कोई आरोप पत्र जारी हुआ है।
प्रियंका गांधी ने आठ पेज की एक किताब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जेपी अग्रवाल ने जारी करवाई। इसे किताब में शिवराज सरकार पर जमकर आरोप लगाए गए हैं। इस किताब के जारी होने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीटर पर लिखा कि ‘कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जन आक्रोश रैली में शिवराज सरकार के जंगलराज को दर्शाता आरोप पत्र जारी किया । ’ इसके बाद इसे कांग्रेस ने नेताओं ने वायरल करना शुरू कर दिया। जिसकी पीडीएफ फाइल का नाम भी आरोप पत्र दिया गया।
अचानक से जारी हुए आरोप पत्र को लेकर जब कांग्रेस के जिम्मेदार नेताओं से बातचीत की गई तो उन्होंने इस आरोप पत्र मानने से इंकार कर दिया। आरोप पत्र समिति के उपाध्यक्ष पारस सकलेचा ने कहा कि यह तो पेम्पप्लेट है। जो सिर्फ आठ पेज का है। इसमें कुछ बिंदु ले लिए गए हैं, लेकिन अभी मूल आरोप पत्र जारी नहीं हुआ है। इसलिए इसे अभी बहुत ज्यादा प्रचारित और प्रसारित नहीं किया गया है। वहीं प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि अभी आरोप पत्र तैयार हो रहा है। यह पूरा आरोप पत्र नहीं है यह सांकेतिक आरोप पत्र है।
बिना प्रकाशक – मुद्रक के छाप दी किताब
इधर यह पेज जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। उसमें प्रकाशक की जानकारी नहीं दी गई है। जबकि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस ने उनके 76 में 83 वादे पूरे करने पर आठ पेज की एक किताब छापी थी। जिसका शीर्षक था ‘76 दिन में 83 वचन पूरे’ इस किताब में प्रकाशक मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी, भोपाल और मुद्रक पर प्रिंटिंग प्रेस का नाम और पता दिया गया था, लेकिन आरोप पत्र के नाम से प्रचारित की जा रही किताब में ना तो प्रकाश का नाम है और ना ही मुद्रक का नाम है।