नई दिल्ली
भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने डेब्यू मैच की तरह दूसरे टेस्ट में भी पारी का आगाज तो शानदार अंदाज में किया, मगर इस बार वह जेसन होल्डर के जाल में फंस गए। पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जा रहे इस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के लिए यशस्वी ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 139 रन जोड़े थे। भारत को पहला झटका यशस्वी (57) के रूप में लगा जिन्हें जेसन होल्डर ने अपने जाल में फंसाया। होल्डर ने यशस्वी को एक रणनीति के तहत आउट किया, उनको इस विकेट के लिए काफी तारीफ मिली।
जेसन होल्डर ने यशस्वी जायसवाल को फंसाने की रणनीति पारी के 26वें ओवर में ही शुरू कर दी थी जब स्लिप में उनका कैच छूटा था। बाहर जाती हुई गेंद को डिफेंड करने के प्रयास में यशस्वी अपने बल्ले का बाहरी किनारा दे बैठे थे, मगर स्लिप में तैनात अथानाजे इस कैच को पकड़ने में कामयाब नहीं रहे।
कैच छूटने के बावजूद होल्डर ने यशस्वी पर अपने नकेल कसी रखी और वह लगातार ऑफ स्टंप के बाहर उन्हें गेंदबाजी कर रहे थे। लंच ब्रेक के बाद होल्डर ने जायसवाल पर और अधिक दबाव बनाने के लिए एंगल से गेंद बाहर निकालना शुरू किया। यशस्वी को डर था कि कहीं कोई गेंद अंदर की तरफ ना आ जाए। ऐसे में कुछ देर बाद जब उन्होंने काउंटर अटैक की सोची तो वह प्वाइंट की दिशा में तेज तर्रा शॉट लगाने के प्रयास में किर्क मैकेंजी को अपना कैच थमा बैठे।
यशस्वी ने बनाए कई रिकॉर्ड
पहले दो टेस्ट में यशस्वी जायसवाल (228) सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं, उन्होंने इस मामले में शिखर धवन (210) और पृथ्वी शॉ (204) का रिकॉर्ड धवस्त किया है। उनसे आगे अब सिर्फ रोहित शर्मा और सौरव गांगुली ही हैं। वहीं कप्तान रोहित शर्मा के साथ उनहोंने जो 139 रनों की साझेदारी की वो पोर्ट ऑफ स्पेन में किसी भी सलामी जोड़ी द्वारा तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इसी के साथ इस जोड़ी ने घर के बाहर एक सीरीज में दो शतकीय साझेदारी कर सुनील गावस्कर-चेतन चौहान, वीरेंद्र सहवाग-आकाश चोपड़ा और वीरेंद्र सहवाग-वसीम जाफर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।