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CM योगी ने निजी फर्मों को यूपी में निवेश करने का दिया निमंत्रण, जानिए इसके मायने

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लखनऊ
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रमुख निजी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थान समूहों को उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए जिलों में नए विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए सभी सुरक्षा और संभावित सहायता का आश्वासन दिया है। सत्र 2023 में बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी के प्राथमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह और राज्य की माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी भी मौजूद थीं।

निजी विश्वविद्यालयों को लेकर खुला निमंत्रण
आदित्यनाथ भारत के प्रमुख निजी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों के कुलपतियों, कुलपतियों, निदेशकों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहे थे। इस बात पर जोर देते हुए कि शिक्षा क्षेत्र में किया गया निवेश कभी बर्बाद नहीं होगा, उन्होंने कहा,"उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में जबरदस्त अवसर थे, जहां एक बड़ी युवा आबादी है। निजी क्षेत्र को इस अवसर का उपयोग करना चाहिए।"

काशी-अयोध्या और मथुरा को विरासत के तौर पर इस्तेमाल करें
सीएम ने कहा कि देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करने वाला यूपी प्राचीन काल से ही शिक्षा का केंद्र रहा है। काशी, अयोध्या और मथुरा प्राचीन भारत में संस्कृति और सभ्यता के शहर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में शिक्षा के पक्ष में सकारात्मक माहौल बना है।

यूपी में हर जिले में खुल रहा है मेडिकल कालेज
आदित्यनाथ ने यूपी में बुनियादी ढांचे और अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी में सुधार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य में 2017 से पहले 12 मेडिकल कॉलेज थे और पिछले छह वर्षों में लगातार प्रयासों के बाद यूपी के 45 जिलों में मेडिकल कॉलेज काम कर रहे थे।

निजी संस्थानों पर सरकार करेगी फोकस
उन्होंने कहा कि 16 और मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं जबकि राज्य में 22 राज्य और तीन केंद्रीय विश्वविद्यालय कार्यरत हैं। राज्य में तीन राज्य विश्वविद्यालय, 36 निजी विश्वविद्यालय, दो एम्स, दो आईईटी और आईआईएम कार्यरत हैं। 2,000 से ज्यादा पॉलिटेक्निक भी चल रहे हैं। ऐसे जिले हैं जहां विश्वविद्यालय नहीं है।" सीएम ने कहा कि पिछले छह वर्षों में पांच करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं।