नई दिल्ली
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (इंडिया) के बीच होगा। एकजुटता के लिए बेंगलुरु में हुई बैठक में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस’ रखने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई विपक्षी दलों की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने गठबंधन का नाम इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (इंडिया) रखने का प्रस्ताव रखा। अलग-अलग पार्टियों के कई नेताओं ने कुछ और नामों के भी सुझाव दिए।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कई सदस्यों ने इंडिया नाम पर सवाल किए। बैठक में करीब एक घंटे तक नाम पर चर्चा हुई। इंडियन डेमोक्रेटिक फ्रंट और वी फॉर इंडिया जैसे नामों के भी सुझाव आए। इसके बाद राहुल गांधी ने ममता बनर्जी की तरफ से सुझाए गए इंडिया के हर अक्षर का मतलब समझाते हुए नाम का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि यह लड़ाई भाजपा और इंडिया की विचारधारा के बीच है। इसके बाद बैठक में मौजूद सभी दलों ने गठबंधन का इंडिया नाम रखने पर अपनी मुहर लगा दी। दरअसल, विपक्षी एकजुटता की मुहिम में शामिल कई पार्टियों को कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) में शामिल होने पर ऐतराज था। इसलिए कांग्रेस भी गठबंधन को नया नाम देना चाहती थी।
विपक्षी दलों की सोमवार शाम रात्रिभोज पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी दलों ने गठबंधन के नए नाम पर विचार करने का आग्रह किया था। सूत्रों का कहना है कि कई दलों ने यह कहते हुए इस नाम पर सवाल उठाए थे कि इंडिया और एनडीए बोलते हुए दोनों की ध्वनि एक जैसी लगती है।
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद-1 में कहा गया है कि इंडिया अर्थात् भारत, राज्यों का एक संघ होगा। बेंगलुरु में 26 दलों की तरफ से घोषित इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के पीछे यही भावना है। वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुकाबला विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया से होगा।