बिहार
बिहार के कैमूर जिले से नव विवाहिता की मौत का मामला सामने आया है। मृतका के परिजनों ने बताया कि दो महीने पहले ही युवती की शादी हुई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लड़की के ससुराल वालों ने साढ़े 3 लाख रुपये कैश रुपये दहेज़ में मांग की थी। 3 लाख 35 हज़ार रुपये दे दिए गए थे, सिर्फ 15 हज़ार रुपये देना बाकी था।
युवती के परिजनों ने कहा कि बचे हुए रुपये नहीं देने की वजह से ही ससुराल के लोगों ने उनकी बच्ची की हत्या कर दी। दहेज़ के लिए हुई हत्या का मामला नुआंव थाना क्षेत्र का है, मृतका की पहचान 22 वर्षीय आशा कुमारी (बरूना गांव, कुछीला थाना क्षेत्र) निवासी के रूप में हुई। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की शाम महिला का शव कमरे में लटका मिला था। इसके बाद पुलिस और उसके मायके वालों को सूचना दी गई। मृतका के परिजन जब मौक़े पर पहुंचे तो, ससुराल पक्ष के लोग मौक़े से फरार हो गए। वहीं भैसुर के कमरे में महिला की चूड़ियां मिली। महिला का पति रायपुर में जॉब करता है। जब यह हादसा हुआ तो रायपुर में ही था।
मृतका के भाई संतोष ने बताया कि इसी साल 23 मई को आशा की शादी नुआंव गांव निवासी नवरत्न लाल राम पुत्र सुजीत कुमार के साथ हुई थी। प्राइवेट जॉब की वजह से महिला का पति सुजीत रायपुर चल गया था। मृतका के भाइ ने आरोप लगाया कि दहेज़ में कम रकम देने की वजह से ही हत्या हुई है।
संतोष ने कहा कि कॉल आया था कि उसकी बंहन ने फंदे से लटक कर जान दे दी है। जब बहन के ससुकाल पहुंचे तो देखा की शव फंदे से लटका हुआ था। वहीं उसके हाथों की चूड़ियां और मंगल-सूत्र भैसुर के कमरे बिखरे पड़े हुए थे।
संतोष ने कहा कि उसकी बहन के ससुराल वाले दहेज़ की रकम के लिए कई बा मांग कर चुके हैं। रकम नहीं दे पाए, इसलिए बहन के ससुराल वालों ने हत्या कर, उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए फंदे से लटका दिया। उसने कहा कि बहन का पति कमाने के सिलसिले में घर से बाहर था। घर पर सास, ससुर, ननंद और भैसुर थे, उन्होंने ही हत्या की है।
नुआंव थाना अध्यक्ष सोहेल अहमद ने कहा कि महिला का शव फंदे से लटका मिला था, पोस्टमॉर्टम करवा दिया गया है। लड़की पक्ष के लोगों ने मृतका के ससुराल वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। इसमे दहेज़ की वजह से हत्या बताई गई है। वहीं आरोपी फरार हैं, माले की जांच की जा रही है।