नई दिल्ली
PUBG खेलते हुए पाकिस्तान की सीमा हैदर तीन देशों की सरहदें पार कर आई है। फिलहाल, पूरे भारत में यही प्रेम कहानी छाई है। मीडिया संस्थानों से लेकर सड़कों तक पर सचिन मीणा और सीमा की कहानी पर खुलकर चर्चाएं जारी हैं, लेकिन पाकिस्तान में हालात विपरीत नजर आते हैं। एक रिपोर्ट से पता चलता है कि पड़ोसी मुल्क में इस घटना को लेकर कोई हल्ला नहीं है। हालांकि, हाल ही में हुए कुछ धमाकों के तार सीमा से जोड़े गए। साथ ही अब जनता इसपर खुलकर बात करने लगी है।
पाकिस्तानी मीडिया चुप!
ऑनलाइन सर्च करने पर भी भारत के मुकाबले पाकिस्तान की मीडिया इस पर ज्यादा गौर करती नजर नहीं आ रही है। बीते सप्ताह प्रकाशित बीबीसी की एक रिपोर्ट में भी पाकिस्तानी मीडिया की चुप्पी की बात कही गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के बड़े शहरों में शुमार कराची ते मलीर कैंट थाने में दर्ज रिपोर्ट में सीमा रिंद और उनके चार बच्चों को लापता बताया गया है।
सीमा से अनजान है जनता
खबर है कि कराची के गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके में धानी बख्श गोठ गांव में सीमा का भारत जाना और वहां गिरफ्तार हो जाने की खबर सभी को पता नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर दिखाने पर एक दुकानदार ने सीमा के बच्चे को पहचाना था।
पाकिस्तान सेना में है छोटा भाई
कहा जा रहा है कि सीमा का छोटा भाई सेना में है। रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में सीमा, भाई, बहन और पिता सभी साथ रहते थे। बाद में भाई सेना में चला गया, बहन की शादी हो गई और पिता का इंतकाल हो गया। उनके मकान मालिक मंजूर हुसैन बताते हैं कि सीमा ज्यादा मिलने जुलने वाली महिला नहीं थी। वह उसे अपनी बेटी बताते हैं और कहते हैं कि सीमा भी उन्हें अब्बू कहा करती थी।
जहां से आती हैं सीमा, वहां गुनाह है प्यार करना
सीमा सिंध के खैरपुर जिले की थीं। जबकि, पति गुलाम हैदर जकोबाबाद से आते हैं। खास बात है कि दोनों बलोच हैं और कहा जाता है कि जिस इलाके से दोनों का ताल्लुक हैं, वहां खुलकर प्यार का इजहार करना गलत माना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, यहां प्यार का इजहार करने के आरोप में ही दर्जनों लड़कियों को मार दिया गया। गुलाम और सीमा की प्रेम कहानी भी दिलचस्प है। कहा जाता है कि दोनों एक मिस्ड कॉल के जरिए करीब आए थे।
सचिन पर लगे फंसाने के आरोप
बीबीसी से ही बातचीत में गुलाम हैदर कहते हैं कि भारत के सचिन ने उनकी पत्नी को फंसा लिया है। फिलहाल, वह अपने बच्चों को वापस भेजने की अपील कर रहे हैं। गुलाम सऊदी अरब में नौकरी करते हैं।
पाकिस्तान में हो गया बहिष्कार
सीमा के पड़ोसियों और एक रिश्तेदार ने 'पीटीआई-भाषा' के संवाददाता से कहा कि वे चाहते हैं कि सीमा पाकिस्तान न लौटे। सीमा भारत आने से पहले अपने बच्चों के साथ पिछले तीन साल से पाकिस्तान में किराये के एक मकान में रह रही थी। उसके मकान मालिक के 16 वर्षीय बेटे ने कहा, 'उसे अपने बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजना चाहिए। वह वहां रह सकती है। अब वह मुस्लिम भी नहीं रही।' सीमा के पड़ोसी जमाल जखरानी ने 'अगर वह कभी वापस आने का सोचती भी है तो बिरादरी के लोग उसे माफ नहीं करेंगे और दूसरी बात यह कि एक हिंदू के साथ रहने के उसके फैसले से सभी खफा हैं।'
दुष्ट थी सीमा
एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोस की एक मस्जिद में मौलवी समीउद्दीन शुरुआत में इस घटना के बारे में बात नहीं करना चाहते थे लेकिन फिर उन्होंने कहा कि सीमा दुष्ट थी। उन्होंने कहा, 'शौहरों को लंबे वक्त तक अपनी बेगम को कभी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए और माता-पिता को अपनी बेटियों और बहनों पर लगातार नजर रखनी चाहिए, वरना भविष्य में हमें ऐसी और घटनाएं देखने को मिलेंगी। ऐसे गरीब इलाकों में ज्यादातर लोग खासतौर से महिलाएं इतनी पढ़ी-लिखी नहीं हैं कि वे अपने फैसलों के अंजाम को समझ सके।' उन्होंने कहा, 'उसने मुसलमानों तथा पाकिस्तान को शर्मिंदा किया है। उसे कभी न कभी अपने कर्मों की सजा मिलेगी।'