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गेंदबाजों का कार्यभार प्रबंधन चिंता का सबब, बुमराह की कमी खल रही है : म्हाम्ब्रे

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रोसीयू,
भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने स्वीकार किया है कि गेंदबाजों का कार्यभार प्रबंधन टीम प्रबंधन के लिये चिंता का सबब है, खासकर इस वर्ष के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए।

म्हाम्ब्रे ने कहा कि पिछले कुछ समय में तेज गेंदबाजों के लगातार चोटिल होने के बाद टीम प्रबंधन इस पर विशेष तौर पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को जसप्रीत बुमराह की कमी खली है और टीम के भीतर गेंदबाजों के कार्यभार प्रबंधन पर लगातार बात होती रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘गेंदबाजों की चोटें और कार्यभार प्रबंधन चिंता का सबब है। पिछले डेढ़ साल में हमें बुमराह की कमी खूब खली। हमने यह तय नहीं किया है कि सफेद गेंद के प्रारूप में कौन खेलेगा और लाल गेंद में कौन लेकिन गेंदबाजों को विश्राम देने की जरूरत है।''

उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमें बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने का भी मौका मिलता है। हमें गेंदबाजों की फिटनेस और कार्यभार प्रबंधन का ख्याल रखना होगा।'' बुमराह सितंबर 2022 के बाद से कमर की चोट के कारण टीम से बाहर हैं। उन्होंने इस साल मार्च में आपरेशन कराया है।

सफर लंबा रहा लेकिन अभी यह शुरूआत ही है : जायसवाल

रोसीयू,
भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा कि उनका सफर काफी लंबा और कठिन रहा और पदार्पण टेस्ट में 'प्लेयर आफ द मैच' का पुरस्कार जीतना भविष्य में कामयाबियों की कई कहानियों की शुरूआत भर है।

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में जायसवाल ने 171 रन बनाये और कप्तान रोहित शर्मा के साथ 229 रन की साझेदारी की। पदार्पण टेस्ट में 150 से अधिक रन बनाने वाले वह तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए। उनकी पारी की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में एक पारी और 141 रन से हराया।

बीसीसीआई ने  सोशल मीडिया पर एक छोटा वीडियो डाला जिसमें 21 वर्ष के जायसवाल 'प्लेयर आफ द मैच' पुरस्कार जीतने के बाद होटल के कमरे में लौट रहे हैं।

जायसवाल ने सीढियां चढते हुए कहा, ''बहुत अच्छा लग रहा है कि पहले ही टेस्ट में प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार मिला। यह बहुत लंबा सफर था और मैं बहुत खुश हूं।''

उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं कि भविष्य में क्या है।यह मेरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर की शुरूआत ही है। ईश्वर से प्रार्थना है कि इसी तरह खेलता रहूं और टीम के लिये योगदान देता रहूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘सभी को धन्यवाद। यह मेरे लिये यादगार पल है।''

इससे पहले पुरस्कार लेते हुए उन्होंने कहा था कि देश के लिये टेस्ट खेलना उनके लिये भावुक पल है और उन्होंने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को उनकी सलाह के लिये धन्यवाद दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने तैयारी बहुत अच्छी की थी। मैने राहुल सर से काफी बात की और उनसे बहुत कुछ सीखा। सभी चयनकर्ताओं और रोहित सर को मुझमें भरोसा दिखाने के लिये धन्यवाद। मैं इसी के लिये मेहनत कर रहा था।''

उन्होंने कहा, ''भारत के लिये टेस्ट क्रिकेट खेलना खास है और जज्बाती भी। अभी यह शुरूआत ही है।मुझे अपना फोकस बनाये रखना होगा और मेहनत करते रहनी होगी। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।''