भोपाल
सीधी में कलेक्टर द्वारा ज्ञापन लेने के लिए नहीं आने पर गधे के फोटो को कलेक्टर बताकर ज्ञापन सौंपने के बाद अब कलेक्टर ने नई व्यवस्था तय कर दी है। सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय द्वारा गुरुवार को जारी आदेश में अब इसके लिए अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। यहां शाम छह बजे तक ज्ञापन लेने के लिए अधिकारी मौजूद रहेंगे।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सीधी कार्यालय द्वारा गुरुवार को सार्वजनिक सूचना जारी की गई। इसमें कहा गया है कि किसी भी विषय से संबंधित विषय को लेकर यदि किसी व्यक्ति, संगठन, संस्था, दल या समूह द्वारा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन प्रस्तुत किया जाता है तो जिला मुख्यालय में तत्समय उपलब्ध संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, उपखण्ड अधिकारी (राजस्व) गोपदबनास, तहसीलदार गोपदबनास को ज्ञापन लेने के लिए अधिकृत किया जाता है। ज्ञापन पत्र कार्यालयीन दिवस में सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे के मध्य दिया जा सकेगा।
यह था मामला
सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करने का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी के परिजनों का मकान तोड़ने को लेकर विरोध बढ़ गया और स्थानीय लोगों ने मंगलवार को कलेक्टर सीधी को ज्ञापन देकर जांच की मांग के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पैतृक मकान को गिराना अवैध है। आरोपी को सजा मिले, लेकिन उसके परिवार का क्या कसूर है? उस पर बुलडोजर क्यों चलाया गया? इसके विरोध में ब्राह्मण संघ के लोग एकजुट होकर कलेक्टर को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौपने गए, लेकिन कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए। घंटों इंतजार के बाद नाराज होकर लोगों ने एक गधे का फोटो मंगाकर उस पर कलेक्टर के नाम लिखकर ज्ञापन दे दिया।