इस्लामाबाद
दुनिया में कौन सा शहर रहने के लिए सबसे खराब है? आप इसका जवाब खोजेंगे तो बहुत शहरों के नाम दिमाग में आ सकते हैं, लेकिन जवाब हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में ही है। दरअसल पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची शहर को दुनिया में रहने के लिए सबसे खराब शहरों में माना गया है। इकॉनमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के Global Livability Index में यह बात कही गई है। दुनिया के कुल 172 शहरों में कराची को 168वां स्थान मिला है। कराची से नीचे सिर्फ सीरिया के दमिश्क, लीबिया के त्रिपोली और नाइजीरिया के लागोस को ही जगह मिली है।
हेल्थकेयर, स्थिरता, संस्कृति, पर्यावरण और शिक्षा के इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे 5 बड़े पैमानों के आधार पर यह सर्वे किया गया था। इस सर्वे में शहरों को 1 से 100 तक नंबर दिए गए हैं। 1 का अर्थ है कि यहां रहना ही मुश्किल है और 100 का अर्थ है कि यह शहर रहने के लिए आदर्श जगह है। इंडेक्स में कराची का स्कोर 37.5 रहा है, खासतौर पर स्टेबिलिटी इंडिकेटर में तो 20 नंबर ही मिल पाए हैं। पाकिस्तान के तटीय शहर को हेल्थकेयर के मामले में 33 नंबर ही मिले हैं और कल्चर में भी 35 नंबर मिले हैं। हालांकि एजुकेशन में स्थिति कमोबेश बेहतर है और 66 का स्कोर रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में 51 नंबर हैं।
इकॉनमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरों में 15 साल पहले के मुकाबले जीवन स्तर में काफी सुधार आया है। अब शहरों में रहना पहले के मुकाबले बेहतर और आसान हुआ है। इसके बाद भी कराची की यह स्थिति चौंकाने वाली है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब कराची की इतनी कमजोर रैंकिंग रही है। इससे पहले कराची को 2021 में 140 शहरों में से 134वां स्थान मिला था, जबकि 2019 में 140 में से 136वां ही हासिल हुआ था। इस लिस्ट में टॉप पर पश्चिमी यूरोप और कनाडा के शहरों को रखा गया है। ऑस्ट्रिलाय की राजधावी विएना ने लिस्ट में टॉप किया है और उसे 4 संकेतकों में 100 का स्कोर हासिल हुआ है।
डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन को दूसरा और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर को तीसरी रैंक मिली है। इस लिस्ट के टॉप 50 शहर उन देशों के हैं, जो कमोबेश अमीर हैं। इसके अलावा इन शहरों की आबादी का घनत्व भी ज्यादा नहीं है। ऐसे बड़े शहर जहां घनी आबादी है, क्राइम की दर ऊंची है, उनका प्रदर्शन कमजोर रहा है।