बागपत
बागपत में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर दुनिया भर में जाहिर की जा रही चिंता के बीच कुछ लोगों के अनूठे प्रयासों से उम्मीद की किरण जगा रहे हैं। इस स्कूल में प्रवेश के समय हर छात्र के नाम का पौधा लगाया जाता।
बागपत में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर दुनिया भर में जाहिर की जा रही चिंता के बीच कुछ लोगों के अनूठे प्रयासों से उम्मीद की किरण जगा रहे हैं। पर्यावरण बचाने की मुहिम में सरकारी इमदाद से पौधरोपण के साथ तमाम स्वयंसेवी संस्थाएं अपना योगदान देती रहती है। इसी मुहिम में बागपत की एक शिक्षण संस्था ने पर्यावरण और शिक्षा को साथ जोड़ते हुए लेकर एक अभिनव प्रयोग कर डाला। इस अनूठे प्रयोग के परिणाम जहां बेहद सुखद रहे वहीं इस प्रयोग की पूरे क्षेत्र में भूरी-भूरी प्रसंशा भी हो रही है।
हर छात्र के नाम से एक पौधा
बागपत के तमेलागढ़ी गांव में स्थापित शिक्षण संस्था नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटर कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के बराबर ही पेड़ पौधे लगाए गए हैं। कॉलेज के नियमों के अनुसार यहां प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश के समय ही एक पेड़ रोपित करा दिया जाता है। इन छात्रों के नाम से रोपे गए पौधे को बाद तक जाना जाता है क्योंकि उन्हें एक टैग लगा दिया जाता है। प्रतिदिन बच्चे ही इन पौधों, वृक्षों की देखभाल करते हैं। इसके चलते यहां कुछ समय में ही हर तरफ हरियाली नजर आने लगी है।
दावा : ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा
कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 650 है तो कॉलेज में अब इससे कई गुना अधिक संख्या में पेड़ पौधे हो चुके हैं। कॉलेज के अनुसार अधिक संख्या में पेड़ होने से यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को शुद्ध हवा और ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में मिलती है। ये पेड़ कॉलेज की बिल्डिंग को छाया देते हैं, साथ ही छात्रों द्वारा छोड़ी जाने वाली कार्बन ऑक्साइड को ग्रहण करके बच्चों को शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करते है।
कक्षाओं में समाप्त हो गई पंखों की आवश्यकता
कॉलेज के प्रधानचार्य का कहना है कि विद्यालय की बिल्डिंग में प्रत्येक कोण पर रोपे गए वृक्षों की छाया आती है इसलिए कॉलेज के अध्यापन कक्षों में बिजली के पंखे लगाने की आवश्यकता नहीं रही है। इस माहौल में छात्र छात्राओं का शरीर स्वस्थ रहता है और पढ़ाई अधिक अच्छी होती है। ऐसा नहीं है कि कॉलेज में पंखे नहीं है, व्यवस्था और सुविधा पूर्ण हैं। प्रधानाचार्य बताते है कि 2006 से कॉलेज में प्रवेश पाने वाले छात्रों की संख्या के सापेक्ष पौधरोपण की प्रकिया निर्बाध रूप से चलती रहती है और अब इस से दो कदम आगे बढ़कर छात्रों की संख्या से दुगने पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
पेड़ों के नीचे बैठकर पढ़ते हैं छात्र
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस इंटर कॉलेज में पर्यावरण इतना शुद्ध है कि दोपहर के समय मे भी छात्र छात्रा पेड़ो की छाया में बैठकर पढ़ाई करते नज़र आ जाते है। वहीं शिक्षक भी छात्रों के समूह बना कर पेड़ो के साये में ही अध्यापन कार्य करते है। नेता जी सुभाष चंद्र कालिज की इस अनूठी मुहिम की क्षेत्र में भी भूरी-भूरी प्रसंशा की जा रही है।