उत्तराखंड
पिछले छह दिन से जारी मूसलाधार वर्षा से उत्तराखंड में जनजीवन बेहाल है। उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री राजमार्ग और रुद्रप्रयाग व चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन से बाधित हो गए हैं। उत्तरकाशी के खीरगंगा में बाइक से आए करीब 400 कांवड़ यात्री, गंगनानी में दो हजार से अधिक यात्री और चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग पर करीब तीन हजार यात्री फंसे हुए हैं।
देहरादून, जागरण डिजिटल डेस्क। उत्तराखंड में मौसम का सितम जारी है। लगातार हो रही बारिश ने लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। नेशनल हाईवे से लेकर सड़क मार्ग भूस्खलन की वजह से बंद है। भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश तक में गंगा की जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। वहीं, ऊपरी इलाकों की बात करें तो मूसलाधार बारिश के चलते घर से लेकर सेब के बगीचे सब पानी में बह गए हैं।
भारी बारिश का ये दौर अभी थमने वाला नहीं है। गुरुवार को भी उत्तराखंड के कई जिलों में भारी वर्षा होने वाली है। इसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया है। वहीं कहीं जिलों में सुरक्षा को देखते हुए बच्चों के स्कूल बंद कर दिए हैं।
पांच जिलों में अलर्ट
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में भारी वर्षा की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया कि इन जिलों में मूसलाधार वर्षा की संभावना है।