राजस्थान
राजस्थान के रणथम्भौर में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भाजपा की विजय संकल्प बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश के नेताओं को लताड़ लगाते हुए एकजुट रहने का संदेश दिया है। प्रदेश में चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर भारी गुटबाजी है। वहीं पार्टी के नेताओं का एक बड़ा गुट पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विरोधी है। सूत्रों की मानें तो बीएल संतोष ने पार्टी के भीतर वसुंधरा राजे की अनदेखी को लेकर भी प्रदेश के नेताओं को फटकार लगाई है। आपको बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणथम्भौर में पार्टी की दो दिवसीय अहम बैठक हुई है। बैठक को चिंतन शिविर का नाम दिया गया है। चिंतन शिविर में कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, राजनीतिक, वंशवाद, पेपर लीक प्रकरण और कर्जमाफी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा सितंबर महीने में प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालेगी। इस यात्रा में पार्टी रथों का प्रयोग भी करेगी। इस यात्रा की शुरुआत प्रदेश के धार्मिक स्थलों से होगी। चर्चा है कि परिवर्तन यात्रा की शुरुआत सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश जी, बेणेश्वर धाम बांसवाड़ा, हनुमानगढ़ के गोगामेडी से होगी। यह यात्रा 20-25 दिन बाद जयपुर पहुंचेगी। जयपुर में यात्रा के समापन पर पीएम मोदी की बड़ी जनसभा होगी। राजनीति के जानकार बताते हैं कि प्रदेश में वसुंधरा राजे ने 2003 परिवर्तन यात्रा से चुनावी आगाज किया था। इसके बाद 2013 में सुराज संकल्प यात्रा निकाली। भाजपा इन यात्राओं के बाद बहुमत के साथ सरकार में आई। इन यात्राओं से वसुंधरा राजे को प्रदेश में बड़ी लोकप्रियता और जनाधार मिला। राजनीति के जानकार यह भी बताते हैं कि प्रदेश में पार्टी के बाकी नेताओं के पास वसुंधरा राजे जितना बड़ा जनाधार नहीं है।