नई दिल्ली
लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने की कोशिश में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को संगठन में फेरबदल शुरू कर दिए हैं। इसके तहत शुरुआती दौर में पंजाब, तेलंगाना, झारखंड समेत कई राज्यों के प्रमुखों को बदलने का दौर जारी है। खास बात है कि पार्टी केंद्रीय मंत्रियों को प्रदेश इकाइयों को प्रमुख बनाने की भी योजना बना रही है। इसके संकेत हाल में मंत्री जी किशन रेड्डी को तेलंगाना चीफ नियुक्त किए जाने से मिल रहे हैं।
क्या होगी रणनीति
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मंत्री परिषद में बड़े स्तर पर बदलाव कर सकती है। रेड्डी के अलावा गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, केरल और जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं। इसके तहत पार्टी प्रदेश स्तर के चुनावों को भी साधने की कोशिश कर रही है। मंत्री परिषद में बदलाव के जरिए भाजपा नए चेहरों को शामिल कर सकती है। इनमें गुजरात भाजपा के प्रमुख सीआर पाटिल का नाम भी चर्चा में है। रिपोर्ट में भाजपा के एक नेता के हवाले से लिखा कि चुनावों में सरकार की भूमिका सीमित होती है, लेकिन संगठन का पूरी तरह सक्रिय होना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक नेता ने कहा, 'नए नियुक्तियों का मकसद लोकसभा चुनाव में नुकसान को कम से कम करना और फायदे को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना। कुछ नियुक्तियां भविष्य को देखते हुए भी की जा सकती थीं, क्योंकि केंद्रीय नेतृत्व भाजपा शासित राज्यों में भी नए नेताओं को लाना चाहता है।'
भाजपा यहां भी बदलती दिख रही रणनीति
खास बात है कि इस बार भाजपा अन्य दलों से आने वाले नेताओं को भी अहम पद देती हुई नजर आ रही है। इसके उदाहरण कांग्रेस से आए सुनील जाखड़ को पंजाब प्रमुख बनाना, भारत राष्ट्र समिति से आने वाले ओबीसी नेता एटला राजेंद्र को तेलंगाना में चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाना शामिल है। राजेंद्र को तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव का खास भी माना जाता था। वहीं, जाखड़ कांग्रेस में रहते हुए भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे। उन्हें राजनीति में तीन दशक से ज्यादा का अनुभव है। इससे पहले यह जिम्मेदारी अश्विनी शर्मा संभाल रहे थे।
खास बात है कि यूपीए सरकार में मंत्री रहीं डी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश का प्रमुख बनाया गया है। पुरंदेश्वरी के जरिए भाजपा जातिगत समीकरण साधने के मूड में है। वह तेलुगु देशम पार्टी के संस्थापक एनटी रामा राव के बेटी हैं और कम्मा समुदाय से आती हैं। इधर, पार्टी टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से भी संपर्क बढ़ाती नजर आ रही है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को झारखंड इकाई का जिम्मा सौंपा गया है। वह झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष रह चुके हैं।