बिहार
बिहार के गोपालगंज ज़िले से प्रेमी जोड़े की शादी और फिर उन्हें गांव बदर करने का हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है। 3 साल से प्रेमी जोड़े का प्रेम प्रसंग चलता आ रहा था। दोनो चोरी छिपे मुलाक़ात करते थे। ग्रामीणों के पहल से प्रेमी जोड़े विवाह के बंधन में तो बंध गए, लेकिन 'तालिबानी फरमान' ने उनकि मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आइए विस्तार से जानते हैं पूरा मामला क्या है? गोपालगंज ज़िले के नवादा पंचायत (बरौली थाना क्षेत्र) का यह पूरा मामला है। जहां ग्रामीणों ने प्रेमी जोड़े की शादी तो करवा दी लेकिन पंचायत बदर की तालिबानी सज़ा सुना दी। महापंचायत ने हिंदू-रीति रिवाज से मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी करवाई, इसके बाद भी पंचायत से बेदखल कर दिया, आपके भी ज़ेहन में यह सवाल उठा रहा होगा कि आखिर क्यों?
ग्रामीणों ने बताया कि भटवलिया गांव (मांझा थाना क्षेत्र) की रहने वाली युवती रिमझिम कुमारी का चंदनटोला गांव (बरौली थाने क्षेत्र) निवासी लखिन्दर महतो के बेटे भीम कुमार (छोटे बाबू) के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनो समाज से चोरी छिपे पिछले तीन साल से मुलाक़ात करते आ रहे थे। दोनों का इश्क परवान चढ़ता गया, जब इसकी जानकारी युवती के परिजनों को हुई तो उन्होंने रिमक्षिम को घर से निकाल दिया।फिर क्या था युवती को युवक के और करीब जाने का मौक़ा मिल गया और मामला बढ़ते-बढ़ते युवती प्रेग्नेंट हो गई। युवती प्रेमी के घर पहुंची और शादी का दबाव बनाने लगी।