भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अब हार्टिकल्चर फसलों का भी फसल बीमा कराया जाएगा। इसमें केला और अन्य फसलों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए हार्टिकल्चर विभाग के अधिकारियों को इस योजना में लाभ दिलाने के लिए मापदंड तय करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सरकार की ओर से प्राकृतिक आपदा की स्थिति में अलग से राहत राशि दी जाएगी।
सीएम चौहान ने निवास से बुरहानपुर जिले के केले की फसल उगाने वाले किसानों को सिंगल क्लिक से 41.85 करोड़ की राहत राशि भेजने के बाद ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि के कारण यहां फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सीएम चौहान ने कहा कि पिछले बार भी यहां नुकसान होने पर पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान से चर्चा के बाद केले की फसल क्षति की राहत राशि बढ़ाकर एक लाख रुपए प्रति हेक्टेयर की थी। अब इस बार राहत राशि दोगुनी कर दी गई है। चौहान ने कहा कि इसके लिए तीन श्रेणियां 25 से 35 प्रतिशत, 35 से 50 प्रतिशत और 50 से 100 प्रतिशत बनाई गई हैं। 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान को 100 प्रतिशत माना गया है। सीएम चौहान ने इस मौके पर कहा कि पिछले तीन सालों में फसल नुकसान होने पर 4 हजार करोड़ रुपए सरकार ने किसानों को फसल राहत के रूप में दी है।
केला फसल नुकसान की मुआवजा राशि 3 लाख से की 6 लाख रुपए
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने केला फसल की हानि पर अधिकतम दी जाने वाली राशि की सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 6 रुपए लाख किया है। अब केले की फसल की 50% से अधिक क्षति होने पर 2 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत राशि दी जा रही है। सीएम चौहान ने कहा कि दिन रात मेहनत करने के बाद प्राकृतिक आपदा से फसल बर्बाद हो जाए, तो ऐसे में किसान के दर्द का अंदाजा कोई और नहीं लगा सकता है।
संकट की इस घड़ी में मैं अपने किसान भाइयों-बहनों के साथ हूं। यह किसानों की सरकार है। केले की फसल का नुकसान होने पर जो राहत राशि तय की गई है वह 25 से 33 प्रतिशत क्षति होने पर 15 हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की गई है। 33 से 50 फीसदी क्षति होने पर 27 हजार से बढ़ाकर 54 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की गई है। इसके साथ ही 50 फीसदी से अधिक हानि होने पर 1 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर राहत राशि दो लाख रुपए कर दी गई है।