मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा पांचवीं और आठवीं के लिए वार्षिक परीक्षाएं फिर से शुरू कर दी हैं, जिससे छात्र-छात्राओं के दूसरे प्रयास में इन परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने में विफल रहने पर विद्यालय उन्हें उसी कक्षा में रोक सकते हैं।
यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने इस आशय की एक अधिसूचना जारी की। यह अधिसूचना केंद्र द्वारा शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम में संशोधन की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें कक्षा आठ तक किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं करने की व्यवस्था थी।
अधिसूचना में कहा गया है कि वार्षिक परीक्षा कक्षा पांचवीं और आठवीं के शैक्षणिक वर्ष के अंत में आयोजित की जाएगी।
इसमें कहा गया है कि यदि कोई बच्चा परीक्षा उत्तीर्ण करने में विफल रहता है, तो अतिरिक्त मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा और दो महीने में फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
अधिसूचना के मुताबिक, हालांकि यदि उक्त बच्चा दूसरी बार भी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाता है, तो उसे उस वर्ष उसी कक्षा में रोक लिया जाएगा।
अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक किसी भी बच्चे को स्कूल से नहीं निकाला जाएगा।