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तीन राज्यों में कांग्रेस को टेंशन देगी AAP, करीबी मुकाबले में बन सकती है बड़ा फैक्टर; 1 जुलाई से अभियान

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नई दिल्ली

गुजरात और गोवा जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार तय कराने वाली आम आदमी पार्टी अब उसे तीन और राज्यों में चैलेंज देने जा रही है। नवंबर तक मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं। आम आदमी पार्टी इन तीनों ही राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। जुलाई में आम आदमी पार्टी तीनों ही राज्यों में चुनाव प्रचार की शुरुआत करने वाली है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि उसका कैंपेने गुजरात से भी ज्यादा सघन होने वाला है। इस कैंपेन में पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल रहेंगे।

कैंपेन की शुरुआत 1 जुलाई को ग्वालियर में अरविंद केजरीवाल की रैली से होगी। इसके बाद वह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 2 जुलाई को एक रैली में जाएंगे। आम आदमी पार्टी इन चुनावों के बहाने अपने संगठन को भी कसना चाहती है। आम आदमी पार्टी को लगता है कि वह मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र में पड़ने वाले भिंड, मुरैना और ग्वालियर में कुछ फायदा पा सकती है। इसके अलावा रीवा और सतना जैसे इलाकों में भी आम आदमी पार्टी को सफलता की उम्मीद है। रैलियों के अलावा पार्टी टाउनहॉल मीटिंग्स का भी आयोजन करेगी। इनमें अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान जनता से सीधा संवाद करेंगे और सवालों के जवाब भी देंगे।

गोवा, गुजरात और हिमाचल जैसे राज्यों की तर्ज पर ही यहां भी शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी वोट मांगेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कई सर्वे कराए गए हैं, जिसके बाद किसानों के कर्ज संकट, हेल्थ, करप्शन, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे जनता के बीच अहम पाए गए हैं। इन पर ही पार्टी फोकस करते हुए अपने प्रचार अभियान को आगे बढ़ाएगी। हालांकि आम आदमी पार्टी का यह अभियान भाजपा से ज्यादा कांग्रेस के लिए टेंशन बढ़ाने वाला है। यदि तीनों में से किसी भी राज्य में मुकाबला करीबी होता है तो फिर आम आदमी पार्टी को मिले वोटों की अहमियत बढ़ जाएगी।

तीनों ही राज्यों में CM फेस घोषित करके लड़ेगी AAP
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 12 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल करके 5 सीटें जीत ली थी। आप की एंट्री का असर भी गुजरात चुनाव में दिखा और भाजपा ने 152 सीटें जीतकर रिकॉर्ड विजय हासिल की। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में टाइट फाइट का अनुमान है। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के बीच आम आदमी पार्टी एक बड़ा फैक्टर हो सकती है। कहा जा रहा है कि आप तीनों ही राज्यों में गुजरात की तरह ही सीएम फेस का ऐलान करके चुनाव लड़ेगी।