रांची
झारखंड में भयंकर गर्मी का प्रकोप जारी है और राज्य के लोग मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ी खुशखबरी देते हुए बताया है कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून के लिए अगले 2 से 3 दिनों के दौरान झारखंड में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां एकदम अनुकूल हैं।
झारखंड में बहुत ही जल्द मानसून का प्रवेश हो सकता है।इससे गर्मी से तप रहे इन राज्यों के लोगों को राहत मिलने की संभावना है। झारखंड में लू का प्रकोप चल रहा है और कई लोगों की जान जा चुकी है।
इसके चलते यहां के लोग मानसून आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मौसम पर जानकारी देने वाली वेदर एजेंसी स्काईमेट ने बताया है कि अगले कुछ दिन में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं।
इसी महीने 19 से 22 जून के बीच परिस्थितियां और अच्छी हो जाएंगी। जिस कारण मानसून आने में तेजी आएगी। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अगले 3 दिनों में मानसून दस्तक दे सकता है। इस दौरान भारी बारिश हो सकती है और लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
अजमेर में बिपरजाय चक्रवात से 93.01 मिमी बारिश
अजमेर
राजस्थान में अजमेर जिले में बिपरजाय चक्रवात तूफान के कारण पिछले 24 घंटे में रेकार्ड बरसात दर्ज की गई है। जिलें में औसत बरसात 93.01मिली मीटर दर्ज हुई है। अजमेर स्थित जल संसाधन वृत के बाढ़ प्रकोष्ठ से मिली अधिकृत जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह 8 बजे तक दर्ज आंकड़ों में सर्वाधिक बरसात ब्यावर उपखंड में 146 एम.एम. तथा सबसे कम 28 एम.एम.बांदनवाड़ा में दर्ज की गई है। जबकि अजमेर में 141 एम.एम. बरसात हुई है।
अजमेर जिले के बड़े 27 बांधों. तलाबों का गेज बिपरजाय के कारण पिछले 24 घंटों में उछाल मार चुका है। अजमेर में सबसे पुराना रेकार्ड बरसात ने तोड़ा है। बताया जा रहा है कि 1917 में 119.04 एम.एम.वर्षा रेकार्ड हुई थी और आज 19 जून 2023 को 141 एम.एम.वर्षा रेकार्ड की गई है। अजमेर के आनासागर, फायसागर तथा पुष्कर सरोवर में एक ही दिन में अच्छे पानी की आवक हुई है। आनासागर की तो चादर भी चलानी पड़ गई। जिला प्रशासन एवं नगर निगम को एक दिन की बरसात से सबक लेते हुए आने वाले मानसून की युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।