भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है छठ पूजा का पर्व. ये त्योहार केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में रह रहें भारतीय भी मनाते हैं. इस त्योहार का बड़ महत्व है. भारत में ये त्योहार बिहार में रहने वालों के लिए खास महत्व रखता है. इस साल छठ पूजा 17 नंवबर, शुक्रवार के दिन शुरु होगी जो 20 नवंबर को उषा अर्घ के साथ समाप्त होगी.
छठ पूजा का दिन छठ पूजा का दिन छठ पूजा अनुष्ठान
शुक्रवार 17 नंवबर 2023 नहाय खाय
शनिवार 18 नंवबर 2023 खरना
रविवार 19 नंवबर 2023 संध्या अर्घ
सोमवार 20 नंवबर 2023 सूर्योदय/ उषा अर्घ
छठ पूजा की विधि
छठ पूजा से दो दिन पहले चतुर्थी के दिन स्नान करने के बाद भोजन किया जाता है.
पंचमी के दिन व्रत रखने के बाद संध्या के समय नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ दिया जाता है.
इसके बाद व्रत का पारण किया जाता है.
पूरे दिन बिना जल पिए, खाए नदी में स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ दिया जाता है.
छठ पूजा महत्व
छठ पूजा में छठी मय्या की उपासना करने का विधान है. भगवान सूर्य को अर्घ देने का विधान है. इस माहपर्व पर बिना खाए पिए माताएं 36 घंटे तक निर्जाला व्रत रखती हैं. निर्जला व्रत रखकर नियमों का पालन करते हुए विधि विधान से इनकी आराधना करता है उन्हें संतान सुख, बच्चे को बेहतर स्वास्थ, सूर्य के समान तेज, बल प्राप्त होता है.