मेरठ
एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक गाजियाबाद की सीमा में करीब 59 किलोमीटर लंबा होगा। इस कॉरिडोर पर जिले में दो स्टेशन मुरादनगर और डासना बनाए जाएंगे, जिसके लिए जीडीए को जमीन तलाशनी है। इन दोनों स्टेशन के आसपास नामी कंपनियों के वेयरहाउस बनेंगे, जिससे आम लोगों को रोजगार मिलेगा।
पिछले हफ्ते मेरठ में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के समानांतर बनने वाले एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर बैठक हुई। बैठक में जीडीए समेत कई प्राधिकरण के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मंडलायुक्त ने एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक और स्टेशन तैयार करने के लिए जमीन व स्टेशन चिह्नित कर 10 दिन में रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डीएमई, ईपी और एनपीआर तक पहुंचना होगा आसान : मुरादनगर और डासना में प्रस्तावित स्टेशन किस जगह बनाए जाए, इसके लिए जीडीए को जमीन की तलाश करनी है। इस दौरान प्राधिकरण को यह भी ध्यान रखना होगा कि स्टेशन उस जगह बने, जहां से दिल्ली-एनसीआर जाने-आने की सुविधा बेहतर हो। इसके लिए दोनों स्टेशन से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, नार्दर्न पेरिफेरल रोड आदि मुख्य मार्गों तक पहुंचने की सुविधा हो।
स्टेशन के पास वेयर हाउस बनेंगे : दोनों स्टेशन के पास वेयर हाउस बनाए जाएंगे। लॉजिस्टिक पार्क और नामी कंपनियों के वेयर हाउस भी विकसित होंगे, ताकि इस रेलवे ट्रैक से आने वाली माल गाड़ियों से स्टेशन के पास बनाए गए वेयर हाउस और लॉजिस्टिक पार्क में सामान रखा जा सके। फिर यहां से इस माल को गाजियाबाद या आसपास के जनपद में भेजा जा सके। इसके लिए भी जीडीए को जमीन चिह्नित करनी है।
मास्टर प्लान में जमीन चिह्नित करनी होगी : बैठक में मंडलायुक्त ने जीडीए को निर्देश दिए कि नए मास्टर प्लान 2031 में एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के ट्रैक, और वेयर हाउस के लिए जमीन चिह्नित होनी चाहिए, जिससे भू उपयोग बदलने में कोई दिक्कत न हो।
क्या है एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर
दिल्ली से होकर गुजरने वाली यात्री और मालगाड़ियों की संख्या बेहद अधिक है। मालगाड़ियों का दिल्ली में प्रवेश न हो। इसके लिए ही एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर तैयार करने की योजना है। इस रेल ट्रैक का निर्माण हरियाणा के पलवल से शुरू कर ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, बागपत, सोनीपत तक बनाया जाएगा। साथ ही इस ट्रैक पर स्टेशन और उसके आसपास बड़े बड़े वेयर हाउस बनाए जाएंगे, ताकि मालगाड़ियों को दिल्ली में प्रवेश देने से पहले ही इस ट्रैक के जरिये निकाला जा सके।
– मानवेंद्र सिंह, (कार्यवाहक मुख्य अभियंता, जीडीए) ने कहा, ''गाजियाबाद सीमा क्षेत्र में एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक और दो स्टेशन बनेंगे। जीडीए को मुरादनगर और डासना में स्टेशन की जगह तलाशनी है। इस ट्रैक और स्टेशन की जमीन के भू उपयोग परिवर्तन में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए नए मास्टर प्लान में भी जमीन चिह्नित करनी होगी।''