वाराणसी
भीषण गर्मी के बीच यूपी में मॉनसून का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। उम्मीद थी कि 18 से 20 जून के बीच मॉनसून दस्तक दे सकता है लेकिन अब माना जा रहा है कि मॉनसून एक्सप्रेस इस बार पूर्वांचल की सीमा में बनारस तक आते-आते 10 से 15 दिन लेट हो सकती है। तीन जुलाई के बाद ही इस इलाके में मानसूनी फुहार पड़ने की संभावना है। वहीं, लगातार तीखी धूप और लू के चलते वातावरण में नमी कम है। इसलिए अब तक पुरवा हवा भी बहनी शुरू नहीं हुई है। यह माहौल खरीफ की तैयारियों में जुटे किसानों की चिंता बढ़ा रहा है। वे आशंकित हैं कि धान की रोपाई में कहीं अनावश्यक देर न हो जाए।
पूर्वांचल में आमतौर पर मानसूनी बारिश 20 से 25 जून के बीच शुरू होती है। पिछले वर्ष 28 जून से शुरू हुई थी। इस वर्ष 28 जून की भी सीमा पीछे छूटती लग रही है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के रास्ते बिहार-यूपी की ओर बढ़ने वाला मानसून अभी केरल और आंध्र के ही तटीय क्षेत्रों में कमजोर हाल में है। मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव के मुताबिक, अब तक पुरवा हवा चलनी चाहिए थी लेकिन अरब सागर में सक्रिय चक्रवात ‘बिपारजॉय’ नमी भी खींच रहा है। इस नाते अब तक लू कहर ढा रही है। धान की नर्सरी तैयार होने में बाधा बनारस व आसपास के जिलों में 10-15 जून के बीच मानसून पूर्व बारिश के छींटे पड़ते रहे हैं। उससे किसानों को धान की नर्सरी या बेहन तैयार करने में मदद मिलती है। इस बार नर्सरी तैयार होने में भी विलंब हो सकता है।
आज और कल लू चलने का अलर्ट, चढ़ेगा पारा
प्रचंड गर्मी से अभी राहत के संकेत नहीं हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को अधिकतम तापमान में वृद्धि के साथ लू चलने का पूर्वानुमान जारी किया है। पारा 45 डिग्री से ऊपर जा सकता है। वहीं तपिश का माहौल 16 जून तक बने रहने का पूर्वानुमान है।
वहीं, धूप की तपिश ने रात का सुकून भी गायब कर दिया है। इसे 30 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान से समझा जा सकता है। माना जाता है कि अधिकतम तापमान यदि अधिक होगा तो रात का तापमान सामान्य रहेगा। मगर इस बार मौसम अजीब रंग दिखा रहा है। पिछले पांच जून से न्यूनतम तापमान 26 डिग्री से अधिक ही रहा है। आधी रात के बाद तक गर्मी बेचैन कर रही है। मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा, यह स्वाभाविक स्थिति नहीं है। सोमवार को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री रहा। तीखी धूप और लू लोगों का कड़ा इम्तिहाल ले रही थी।
मौसम का मिजाज
-बंगाल की खाड़ी से चलने वाला मानसून केरल और आंध्र के तटीय इलाकों में पड़ा कमजोर
-अरब सागर में सक्रिय चक्रवात बिपारजॉय भी खींच रहा है वातावरण से नमी
-धान की रोपाई बिछड़ने की जताई जा रही है आशंका, प्री मानसून की बारिश भी नहीं हुई