मुंबई
ऑनलाइन गेम के जरिए बच्चों का धर्मांतरण करवाने वाले रैकेट में शामिल शाहनवाज खान उर्फ बद्दो पकड़ा गया है. उसे महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया है. शाहनवाज खान को ही इस रैकेट का मास्टरमाइंड माना जा रहा है.
यूपी पुलिस काफी दिनों से शाहनवाज की तलाश कर रही थी. शाहनवाज को मुंब्रा पुलिस और गाजियाबाद पुलिस ने मिलकर अलीबाग के एक लॉज से गिरफ्तार किया है.
इससे पहले धर्मांतरण रैकेट से ही जुड़े गाजियाबाद की एक मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि पूछताछ में अब्दुल रहमान ने बच्चों के धर्मांतरण की बात कबूल की है.
कैसे पकड़ा गया शाहनवाज?
– इस मामले में परिवार ने 31 मई को पुलिस में केस दर्ज करवाया था. कुछ दिन में ही मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब्दुल रहमान संजय नजर की एक मस्जिद में मौलवी है.
– लेकिन शाहनवाज उर्फ बद्दो को पुलिस ढूंढ रही थी. शाहनवाज बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था. 23 साल के शाहनवाज पर यूपी के धर्मांतरण रोधी कानून के तहत केस दर्ज है.
– पुलिस सूत्रों ने बताया कि गाजियाबाद में केस दर्ज होते ही शाहनवाज खान अपने दो भाइयों और मां मुमताज खान के साथ सोलापुर छोड़कर कहीं चला गया था.
– सोलापुर पहुंचने के बाद शाहनवाज और उसका एक भाई दूसरी जगह चला गया. पूछताछ में मुमताज ने बताया कि उसका एक बेटा दिल्ली चला गया था, जबकि दूसरे का फोन ऑफ है.
– मां और रिश्तेदारों से पूछताछ और उनकी कॉल डिटेल की बारीकी से जानकारी के बाद पता चला कि शाहनवाज मुंबई के वर्ली में कहीं पहुंचा है.
– पुलिस जब वर्ली पहुंची तो वो वहां से भाग गया और अलीबाग के एक लॉज में छिप गया. लॉज की चेकिंग करने के बाद शाहनवाज को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया.
लगातार ठिकाना बदल रहा था शाहनवाज
अलीबाग से गिरफ्तार होने से पहले शाहनवाज उर्फ बद्दो लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। इस संबंध में केस दर्ज होने के बाद से ही वह 31 मई से फरार हो गया था। शाहनवाज इतना शातिर था कि वह इंटरनेट से ही कॉल कर रहा था। कॉल के बाद वह अपना मोबाइल बंद कर ले रहा था। इस बीच खबर आई थी कि वह सरेंडर करने की फिराक में भी थी। पुलिस से बचकर शाहनवाज ठाणे पहुंच गया था। यहां वह अलीबाग में एक लॉज में छिप गया था। यहां शाहनवाज ने अपनी नाम और पहचान भी बदल ली थी। पुलिस से बचने के लिए वह सिर्फ कैश पेमेंट ही कर रहा था।
12वीं पास है शाहनवाज
आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो ठाणे जिले के मुंब्रा का रहने वाला है। शाहनवाज के बारे में मिली जानकारी के अनुसार वह सिर्फ 12वीं पास हैं। इसके बावजूद वह टेक्निकली काफी मजबूत है। पुलिस ने बताया कि वह ऑनलाइन गेमिंग का बहुत मंझा हुआ खिलाड़ी है। शाहनवाज लंबे समय से कई लड़कों को संपर्क में था। पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया था कि केस में मुख्य आरोपी शाहनवाज बच्चों को फ्लाइट से दुबई ले जाने की फिराक में था। पुलिस को ग्रुप चैट से यह जानकारी मिली थी। ग्रुप चैट में लिखा गया था कि बच्चों को वह फ्री में हवाई जहाज से दुबई ले जाएगा। इस साजिश के खुलासे के बाद पुलिस एक्टिव हो गई थी। पुलिस ने कहा कि था कि धर्मांतरण के लालच में शाहनवाज बच्चों को विदेश यात्रा का लालच दे रहा था।
गाजियाबाद पुलिस ने दर्ज किया था केस
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। गाजियाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति ने पिछले दिनों एक शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया था कि मौलवी अब्दुल रहमान और बद्दो ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास करने वाले उनके बेटे का धर्मांतरण कराया था। उसका बेटा ऑनलाइन गेम के जरिए बद्दो संपर्क में आया था। केस में संजय नगर सेक्टर-23 मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान और मुंबई के शाहनवाज बद्दो का नाम सामने आया था। दोनों पर हिंदू लड़कों का ब्रेनवॉश करने और उनसे नमाज पढ़ाने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में पुलिस ने 4 जून को मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। गाजियाबाद पुलिस गेम जिहाद केस में केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में लगातार बनी हुई है।