कर्नाटक
कर्नाटक में टीपू सुल्तान का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। इस पर फिर से सियासत होने लगी है। इस मामले में जब कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दों पर चर्चा करें, ना कि टीपू सुल्तान जैसे भावनात्मक मुद्दे पर। डीके शिवकुमार ने मीडिया से मुखातिब हो कर कहा कि हम केवल विकास के मुद्दे पर चर्चा करेंगे ना कि टीपू सुल्तान के मुद्दे पर। डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर कोई संगठन कर्नाटक की शांति भंग करने की कोशिश करेगा तो हम उस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। कर्नाटक की शांति को किसी भी कीमत पर हमारी कांग्रेस सरकार भंग नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान जैसे भावनात्मक मुद्दे पर बात न करें।
टीपू सुल्तान जैसे भावनात्मक मुद्दों पर बात न करें: डीके
बता दें कि कर्नाटक में टीपू सुल्तान का मुद्दा काफी पुराना है। बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस पर लगातार हमला करती रही है। इनकी मूर्ति स्थापना को लेकर भी काफी घमासान मचा था। पिछले साल सिद्धारमैया ने सवाल किया था कि टीपू सुल्तान की प्रतिमा स्थापित क्यों नहीं की जा सकती? कर्नाटक कांग्रेस विधायक तनवीर सैत ने कहा था कि वे 100 फीट की टीपू सुल्तान की प्रतिमा स्थापित कराएंगे। भाजपा ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था।
वहीं, दूसरी तरफ टीपू सुल्तान की तलवार जिसका नाम 'सुलेखा' है, वो तब सामने आई जब उसे नीलामी के लिए रखा गया था। इससे पहले ये तलवार 204 वर्षों तक गुमनामी के अंधेरे थी। इससे पहले ये तलवार ब्रिटिश सेना ने मेजर जनरल डेविड बेयर्ड को भेंट की थी, लेकिन क्या वाकई ये पुरानी तलवार £14 मिलियन यानी 143 करोड़ रुपये में बिक गई।