नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी समुदाय में भगवान के रूप में पूजे जाने वाले धरती आबा बिरसा मुंडा की 123वीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उन्हें नमन किया और कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र सदैव उन्हें याद रखेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "भगवान बिरसा मुंडा जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। उन्होंने विदेशी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए उनके समर्पण और सेवाभाव को कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा।"
जल, जंगल और जमीन के अधिकारों के लिए अद्वितीय संघर्ष करने वाले थे बिरसा मुंडा : शाह
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि ''धरती आबा'' बिरसा मुंडा जल, जंगल और जमीन के अधिकारों के लिए अद्वितीय संघर्ष करने वाले थे।
शाह ने शुक्रवार को बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए कहा कि विदेशी हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता का बिगुल फूंकने वाले ''धरती आबा'' बिरसा मुंडा ने जनजातीय अस्मिता व संस्कृति की रक्षा के लिए एक मजबूत आंदोलन की नींव रखी थी। वह जल, जंगल और जमीन के अधिकारों के लिए अद्वितीय संघर्ष करने वाले वीर सपूत थे।
उल्लेखनीय है कि आदिवासियों के महानायक बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 में झारखंड में हुआ था। 9 जून 1900 को वह शहीद हो गए थे। कहा जाता है कि उन्होंने अपने पराक्रम और बुद्धि से अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी। जिसके चलते अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया। जिसके चलते 09 जून 1900 में उनकी मृत्यु हो गई थी।