नई दिल्ली
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण के खिताबी मुकाबले में भारत बैकफुट पर है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बोर्ड पर लगाकर दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 151 रनों पर भारत के 5 विकेट गिरा दिए हैं। इन 5 विकेट में सभी बड़े नाम रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा के शामिल हैं। भारत अभी भी कंगारुओं से 318 रन पीछे हैं और यहां से टीम इंडिया का वापसी करना बेहद कठिन है। टीम इंडिया की इस खराब परिस्थिति के कसूरवार कहीं ना कहीं बल्लेबाज ही है। ऑस्ट्रेलिया के पहाड़ जैसे स्कोर के सामने भारतीय बल्लेबाज ज्यादा देर टिक नहीं पाए। इस दौरान टीम इंडिया के टॉप-4 बल्लेबाजों ने मिलकर एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी के फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा समेत शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली को अच्छी शुरुआत मिली, सभी बल्लेबाज रनों के मामले में दहाई का आंकड़ा पार करने में कामयाब रहे, मगर बड़ा स्कोर नहीं कर पाए। रोहित शर्मा ने 26 गेंदों पर 15, शुभमन गिल ने 15 गेंदों पर 13, चेतेश्वर पुजारा ने 25 गेंदों पर 14 और विराट कोहली ने 31 गेंदों पर 14 रन बनाए। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब टॉप-4 के सभी बल्लेबाज डबल डिजिट में तो पहुंचे हो मगर कोई भी बल्लेबाज 20 रन का आंकड़ा ना पार कर पाया हो। जी हां डब्ल्यूटीसी के फाइनल में भारत के खिलाफ ऐसा पहली ही बार हुआ है।
शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा जहां गेंद को छोड़ने के प्रयास में आउट हुए। वहीं रोहित शर्मा को पैट कमिंस ने LBW आउट किया तो विराट कोहली को मिशेल स्टार्क ने अपने बाउंसर के जाल में फंसाया। बड़े मंच पर भारतीय टॉप ऑर्डर का ऐसा निराशाजनक प्रदर्शन करना कोई नई बात नहीं है। पिछले काफी समय से ऐसा देखने को मिला है कि जब भी कोई बड़ा मुकाबला होता है तो भारतीय टॉप ऑर्डर हमेशा निराश करता है।