नई दिल्ली
दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता के कारण अरबपतियों की संख्या में भी गिरावट आई है। अमेरिकी डाटा इंटेलिजेंस फर्म अलट्राटा द्वारा अरबपतियों की ताजा जनगणना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में दुनियाभर में 3310 अरबपति थे जो 2023 में घटकर 3194 हो गए हैं। वर्ष 2018 के बाद पहली बार इस तरह की गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में अरबपतियों की संख्या में 3.5 फीसदी तक की गिरावट आई है। दुनिया के अरबपतियों की औसत उम्र 67 साल है। 42 फीसदी अरबपतियों की उम्र 70 साल से अधिक है। वहीं दस फीसदी अरबपति ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 साल से कम है।
मुंबई भारतीय अरबपतियों का ठिकाना
दुनिया के 15 देशों में सबसे अधिक अरबपति रहते हैं। इनमें 11 देश ऐसे हैं जहां धनकुबेरों की संख्या में कम हुई है। भारत में इस साल 8.9 फीसदी अरबपति घटे हैं। चीन में ये दर 10.8 फीसदी है। दुनिया के सोलह शहरों में 29 फीसदी अरबपति रहते हैं। भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई देश के अरबपतियों का बड़ा ठिकाना है। हांगकांग और स्वीट्जरलैंड में प्रति दस लाख की आबादी पर सबसे ज्यादा अरबपति रहते हैं।
आमदनी का अलग-अलग जरिया
रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के अरबपतियों की कमाई का अलग-अलग जरिया है। 50 साल से कम उम्र के अरबपति टेक्नोलॉजी, बैंकिंग और दूसरे वित्त क्षेत्र से अपना खजाना भर रहे हैं। 50 से 70 साल के 24 फीसदी अरबपति बैंकिंग और म्यूचुअल फंड से पैसा जुटा रहे हैं। वहीं आठ फीसदी उद्योगों के बलबूते अपना खजाना भर रहे हैं। 8.3 फीसदी अरबपति रियल स्टेट की बदौलत अमीर होते जा रहे हैं।