ओडिशा
रेलवे ने सोमवार को कहा कि ओडिशा दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 278 हो गई है, क्योंकि गंभीर रूप से घायलों तीन और यात्रियों की मौत हो गई। इस बीच, राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार मृतकों की संख्या अब भी 275 है। खुर्दा रोड डिविजन के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) रिंकेश रॉय ने बताया कि इस हादसे में 278 लोगों की मौत हुई है और करीब 1100 लोग घायल हुए हैं। इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उनके राज्य के ही 61 लोग मारे गए हैं और 182 अन्य अब भी लापता हैं।
रॉय ने कहा कि 278 शवों में से 177 की पहचान कर ली गई है जबकि 101 शवों की पहचान बाकी है। इन शवों को छह अस्पतालों में रखा गया है। इस बीच, सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल का सोमवार को दौरा किया और अपनी जांच शुरू की। रेलवे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। खुर्दा रोड मंडल के डीआरएम आर रॉय ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार सीबीआई जांच शुरू हो गई है लेकिन विस्तृत विवरण अभी उपलब्ध नहीं है। रेलवे बोर्ड ने रविवार को हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।
12 पार्टियों ने रेल मंत्री से मांगा इस्तीफा
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे की सीबीआई से जांच को कांग्रेस समेत 12 दलों ने खारिज किया है। इन दलों की राज्य इकाइयों ने सोमवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की ताकि निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त हो सके। कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा (माले) लिबरेशन, भाकपा (माले) रेड स्टार, अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), आरपीआई, आम आदमी पार्टी (आप) और समता क्रांति दल आदि ने संयुक्त बैठक की।
बैठक में यह कहते हुए एक प्रस्ताव पारित किया कि उन्होंने सीबीआई द्वारा जांच को खारिज कर दिया। इन दलों ने केंद्रीय एजेंसी पर भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि अदालत की निगरानी में एसआईटी की ओर से मामले की जांच कराई जाए। वहीं, रेलवे ने बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना में प्रभावित हुए लोगों के परिवारों की मदद के लिए ओडिशा सरकार के साथ मिलकर तीन ऑनलाइन लिंक तैयार किए हैं। इन लिंक में मृतकों की तस्वीरें और विभिन्न अस्पतालों में भर्ती यात्रियों की सूची दी हुई है।