भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह ‘भोपाल गौरव दौड़’ को झंडी दिखाकर रवाना किया। दौड़ वीआईपी रोड पर राजा भोज की प्रतिमा से बोट क्लब तक चली। तीन किमी की इस दौड़ में युवाओं ने हिस्सेदारी की। सीएम ने इस मौके पर कहा कि भोपाल को स्वच्छतम राजधानी का दर्जा मिल चुका है अब भारत का स्वच्छतम शहर बनाना है।
क्लीन शहर और ग्रीन शहर हो हमारा भोपाल, यह हम सभी का संकल्प होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा भोपाल शहर राजा भोज का शहर है, रानी कमलापति का शहर है और हम सभी का शहर है। सभी मिलकर भोपाल को ग्रीन और क्लीन बनाएं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल की महापौर मालती राय, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, कमिश्नर भोपाल संभाग माल सिंह, कलेक्टर भोपाल आशीष सिंह और अनेक जनप्रतिनिधि भी भोपाल गौरव दौड़ रवाना होने के अवसर पर उपस्थित थे। इस दौरान विलीनीकरण आंदोलन के कर्मठ देशभक्त रतन कुमार के परिवार से डॉ. आलोक गुप्ता और अनुराधा गुप्ता भी भोपाल गौरव दौड़ रवाना होने के अवसर पर उपस्थित थे।
सीएम ने बताया भोपाल विलीनीकरण का इतिहास
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि भोपाल देश के स्वतंत्र होने के समय 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र नहीं हुआ। तब तत्कालीन नवाब ने भारतीय संघ में भोपाल रियासत के विलय से इनकार कर दिया था। इसके लिए नागरिकों को संघर्ष करना पड़ा और अनेक सेनानियों के बलिदान के बाद भोपाल एक जून 1949 को स्वतंत्र हुआ। रायसेन जिले के बोरास में इस आंदोलन में युवा शहीद भी हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने विलीनीकरण आंदोलन के शहीद सेनानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शाम को इंदौर के गौरव दिवस में शामिल होंगे सीएम शिवराज
इंदौर में लोक माता देवी अहिल्या की जयंती पर इंदौर गौरव दिवस मनाया जा रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शाम को इंदौर गौरव दिवस में शामिल होंगे। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने सुबह राजबाड़ा पहुंचकर माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। यहां उन्होंने प्रतिमा के सामने शिव जलाभिषेक भी किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनों को पर्यावरण बचाओ तथा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर तम्बाकू के सेवन को रोकने का संकल्प भी दिलाया।