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भोपाल: डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरते पर रेप का केस दर्ज, 13 घंटे पूछताछ के बाद देर रात हुई एफआईआर

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भोपाल

राजधानी भोपाल में पदस्थ डेप्युटी कलेक्टर पर रेप का केस दर्ज हुआ है। उन्होंने राजगढ़ जिले में पदस्थ एक महिला कर्मचारी के साथ शादी के नाम पर रेप किया है। डेप्युटी कलेक्टर पर आरोप है कि शादी का झांसा देकर दो साल तक महिला के साथ संबंध बनाते रहे। इस दौरान महिला को डेप्युटी कलेक्टर ने भोपाल भी बुलवाया है। भोपाल स्थित गेस्ट हाउस में महिला को रुकवाया। बाद में डेप्युटी कलेक्टर शादी से मुकर गए।

रात 11 बजे के करीब दर्ज हुआ केस

महिला की शिकायत पर डेप्युटी कलेक्टर से करीब 13 घंटे तक पूछताछ हुई है। इसके बाद रात 11 बजे डेप्युटी कलेक्टर राजेश सोरते पर एफआईआर दर्ज की गई है। जांच के बाद डेप्युटी कलेक्टर की गिरफ्तारी भी हो सकती है। आरोप है कि डेप्युटी कलेक्टर राजेश सोरते जब राजगढ़ जिले में तहसीलदार के पद पर पदस्थ थे तो महिला कर्मचारी से शादी का वादा कर संबंध बनाए थे।

शादी से मुकर गए

दो सालों तक रिश्ते में रहने के बाद डेप्युटी कलेक्टर राजेश सोरते शादी से मुकर गए। इसके बाद महिला कर्मचारी आरपार के मूड में आ गई। महिला कर्मचारी ने पुलिस में शिकायत दी थी। शिकायत करने के बाद 15 दिन डेप्युटी कलेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में लग गए। यह केस पचोर थाने में दर्ज हुआ, यह राजगढ़ जिले में है।

बताया जा रहा है कि पचोर थाने में महिला को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके बाद देर रात डेप्युटी कलेक्टर पर केस दर्ज हुआ है। महिला कर्मी ने कहा कि डेप्युटी कलेक्टर दो साल तक अलग-अलग जगहों पर संबंध बनाते रहे हैं। भोपाल स्थित बंगले पर भी बुलाया। इसके साथ ही सर्किट हाउस भी बुक करवाया था। शादी की बात आने पर उन्होंने दूरी बना ली।

तहसीलदार अपने चैंबर में बार-बार बुलाते थे पीड़ित महिला ने बताया कि 24 साल पहले शादी हुई थी। एक बेटा भी है। साल 2014 में पति की मौत के छह साल बाद अनुकंपा नियुक्ति मिली। 2022 में राजेश सोरते ने बतौर तहसीलदार जाॅइन किया। कुछ दिन तो ठीक-ठाक चला। बाद में तहसीलदार अपने चैंबर में मुझे बार-बार बुलाते थे। वह बुलाने का बहाना ढूंढते थे।

एक रात में मुझे कॉल किया। मैं घबरा गई। सोचा कि ऐसी क्या गलती हो गई, जो इतने समय साहब का कॉल आया है। फिर उन्होंने हालचाल पूछा। सामान्य बातचीत के बाद कॉल कट कर दिया। कुछ दिन बाद तहसीलदार काम करने सरकारी बंगले पर बुला लेते। यहां साफ-सफाई, खाना पकाने का काम करती थी।

प्रेम जाल में फंसाया, फिर डेढ़ साल तक रेप एक दिन वह रसोई में आ गए। मुझे हाथ लगाने लगे। मैं घबराकर रोने लगी। कहा कि यह गलत है। उन्होंने कहा- मेरा भी दुनिया में कोई नहीं है। मैं तुम्हारा बुरा नहीं चाहूंगा। तलाकशुदा हूं। बीवी-बच्चे नहीं हैं। परेशान हूं। मुझे तुम्हारी मदद चाहिए। मैं भी तुम्हारी मदद करूंगा। बिना जवाब दिए मैं चली गई।

दो–चार दिन तक टालती रही। फिर बोलने लगे कि तुम्हारी अनुकंपा नियुक्ति है। काम ज्यादा दे देंगे। छुटि्टयां नहीं मिलेंगी। नौकरी से निकलवा दूंगा। जैसा मैं कहता हूं, वैसा करो। मेरे सामने दूसरी महिलाकर्मियों को बुरी तरह डांटा। यह देखकर मैं डर गई। सोचा, काम से निकाल दिया, तो क्या करूंगी। दबाव में फिर काम करने लगी। बोलचाल बढ़ने लगी। घर से परेशान थी। अकेली भी थी, तो बातों में आ गई।’