अयोध्या
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक निजी स्कूल में नाबालिग छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में अब स्कूल के प्रधानाध्यापक और 2 कर्मचारियों के खिलाफ संस्थान परिसर में 15 वर्षीय एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि स्कूल के परिसर में एक इमारत से कथित तौर पर गिरने के बाद शनिवार को इलाज के दौरान लड़की की मौत हो गई। पीड़िता के पिता के अनुसार, गर्मी की छुट्टी होने के बावजूद 10वीं कक्षा की छात्रा को प्रधानाध्यापक ने काउंसलिंग सत्र के बहाने शुक्रवार को जल्दी स्कूल आने के लिए कहा था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुबह करीब 9.50 बजे, स्कूल के अधिकारियों ने पीड़िता के पिता को यह कहते हुए अस्पताल बुलाया कि वह झूले से गिरकर घायल हो गई, लेकिन सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि वह इमारत से गिर गई थी। अधिकारी ने कहा कि जब वह अस्पताल पहुंचे तो पीड़िता के पिता को बताया गया कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा के पिता ने अपनी शिकायत में कहा कि 26 मई की सुबह लगभग 8.30 बजे, स्कूल के प्रधानाचार्य ने साजिश के तहत मेरी बेटी को स्कूल बुलाया, जबकि गर्मी की छुट्टी के लिए स्कूल बंद था। इसके बाद वहां मौजूद दो शिक्षकों ने मेरी बेटी के साथ बलात्कार किया और फिर अपना अपराध छिपाने के लिए उसे स्कूल की छत से फेंक दिया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस महानिरीक्षक (अयोध्या) प्रवीण कुमार ने कहा कि पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने सामूहिक बलात्कार के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 376-डी, हत्या के लिए 302, अपराध को छिपाने के लिए 201 और आपराधिक साजिश के लिए 120-बी के साथ-साथ धारा 3 और धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। आईजी ने कहा कि तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा पीड़िता का पोस्टमार्टम किया जा चुका है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम जांच के निष्कर्षों के अनुसार कड़ी कार्रवाई करेंगे। कुमार ने कहा कि शंका के आधार पर खेल शिक्षक को पहले ही हिरासत में ले लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।