उज्जैन
जानलेवा हमले, लूट व ऑटो जलाने के केस में फरार एक आरोपी पुलिस से बचने के लिए लालपुल से कूद गया। घटना में उसके दोनों पैर फैक्चर हो गए। घायल बदमाश को नीलगंगा पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जबरन कॉलोनी निवासी सूरज उर्फ बारिक पुत्र मोहनलाल मीणा (उम्र 22 वर्ष) आदतन अपराधी है। उसने तीन साथियों के साथ मिलकर 5 मार्च को इंदौर बायपास स्थित इंद्रालय कॉलोनी के पास परवेज व सद्दाम को घेर लिया था। कमीशन नहीं देने की बात पर चारों बदमाशों ने ऑटो फोड़कर परवेज को चाकुओं से गोदा और भाग गए थे।
मामले में फरारी के दौरान ही बारिक ने वजीर पार्क में ऑटो भी जला दिया था। गंभीर प्रकरणों में फरार होने पर पुलिस इनाम घोषित कर उसे खोज रही थी। इसी बीच गुरुवार को जब एसआई महेंद्र मकाश्रे को बारिक के चिंतामण की ओर जाने की सूचना मिली। तो उन्होंने टीम के साथ बारिक की घेराबंदी की। जिसे देख बारीक ने लालपुल से नीचे छलांग लगा दी।
ऊंचाई से कूदकर घायल होने पर पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां दोनों पैर फैक्चर होने पर उसे भर्ती कराना पड़ा। बताया जा रहा है कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार बारिक पर आठ केस दर्ज हैं। उस पर जीआरपी में भी मामले हैं। उसे नीलगंगा और देवास औद्योगिक थानों की पुलिस तलाश रही थी।
इस मामले में एस पी सचिन शर्मा ने बताया कि आरोपी पर आठ अपराध दर्ज हैं। जानलेवा हमले के केस में संभवत: इनाम भी घोषित है। पुल से गिरकर घायल होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। ठीक होने पर गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई करेंगे