बिलासपुर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास नवाचार, नेटवर्क क्षमता में विस्तार, माल ढुलाई विविधीकरण तथा अधोसंरचना विकास एवं वर्तमान समय में यात्रा करना सहज व रेलवे के उन्नत एवं व्यापक नेटवर्क तथा उसकी प्रतिबद्धता हेतू विभिन्न कार्य किए जा रहे है जिससे देश के विकास के साथ साथ रोजगार के अवसर को भी बढ़ावा मिलेगा । जिसमे दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुये अधोसंरचना विकास के तहत विभिन्न स्टेशनों पर लगातार विकास कार्यों को पूरा करने हेतु हर संभव प्रयास कर रहा है ।
इस कड़ी में 24 को 8 घंटे (24-05-23 से रात 22.00 बजे से 25-05-23 के सुबह 06.00 बजे तक) का ट्रैफिक कम पावर ब्लाक लेकर सौंदड़-देवलगाँव के मध्य लेवल क्रॉसिंग गेट क्र. जीसीएफ-27 को बंद कर इस के स्थान पर एलएचएस प्रस्तावित है इससे संबन्धित कार्य हेतु एलएचएस लांचिग कार्य किया जाना है । हादसों से बचने -बचाने के लिए रेल फाटकों को हटाना जरुरी है। रेल फाटक की जगह लो हाईट सब वे तथा रोड ओवर ब्रिज बनाया वैकल्पिक मार्ग की सुविधा दी जा रही है । आने वाले दिनों में नागपुर मंडल में एक भी रेलवे फाटक नहीं होगा। अभिनव तरीके से संपादित किए जाने वाले इस कार्य के सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर इस कार्य के दौरान किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल,रेगुलेशन, रिशिड्यूलिंग, शॉर्ट टर्मिनेटिंग, डाइवर्जिंग नही किया जा रहा है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मण्डल के अंतर्गत यह कार्य गोंदिया-चांदाफोर्ट खंड पर सौंदड़-देवलगाँव के मध्य किया जायेगा और इस कार्य को बिना रेल सेवा बाधित किया जाएगा । इस कार्य में रेलवे का इंजीनियरिग विभाग, सिगनल एंड टेलिकाम विभाग, आॅपरेटिग विभाग, ट्रैक्शन विभागो सहित अन्य विभागों के रेलकर्मी संबधित कार्य करेंगे ताकि ब्लाक के समय अवधि के भीतर एलएचएस का लान्चिंग हो सके। एलएचएस का निर्माण होने से शहर के लोगों को रेलवे फाटक से निजात मिल जाएगा तथा इस नए सुरक्षित मार्ग से रोड आवागमन सरल और सुगम हो जाएगा । संरक्षा के दृष्टि से भी यह काफी लाभदायक है।
ऐसे अधोसंरचना विकास कार्य करने की आवश्यकता है इससे यात्री गाडि?ों समयबद्धता बनी रहेगी साथ ही रोड उपभोगकर्ता को बिना विलंब से एक सुगम और सुरक्षित वैकल्पिक मार्ग का लाभ मिल सकेंगा। इस कार्य के चलते उपरोक्त अवधि में किसी भी रेल सेवा को बाधित नहीं किया जाएगा।