अंबिकापुर
मंगलवार की सुबह दो चीतल पिलखा पहाड़ से नीचे उतर रेलवे स्टेशन के पास अजिरमा बस्ती में प्रवेश कर गए। कुत्तों की नजर पड़ी तो उन्होंने चीतलों को दौड़ाना शुरू किया। कुत्तों के डर से एक चीतल तो उछलकूद करते सुरक्षित भाग निकला लेकिन एक वयस्क चीतल रेलवे स्टेशन के सामने सोनसाय नामक व्यक्ति के खुले कुएं में गिर गया। इससे वह चोटिल भी हुआ। लोगों ने चीतल को कुएं में गिरते देखा था। जब नजदीक पहुंचे तो पता चला कि कच्चे कुएं में पानी कम है इसके बाद भी चीतल की छटपटाहट से उसकी जान भी जा सकती है।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। तत्काल वन विभाग को सूचना दी गई। वनकर्मियों के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी कि चीतल को कुएं से बाहर निकाला जा सके। एसडीआरएफ अंबिकापुर की टीम की मदद लेनी शुरू की गई। चीतल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम ने एक सीढ़ी कुएं में लगाई। कुछ व्यक्ति नीचे उतरे। चीतल को सुरक्षित तरीके से पकड़ा गया। उसके सींग को रस्सी से बांधा गया ताकि कोई आपरेशन के दौरान सींग के वार से चोटिल न हो। फिर चीतल को पकड़ उसके पैर बांधे गए और सुरक्षित तरीके से ऊपर ले आया गया।
इस पूरे घटना में चीतल बुरी तरह थक चुका था। कुत्तों से बचने तथा कुएं में गिरने से उसे चोट भी आई थी। वन कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से चीतल को पशु चिकित्सालय लाकर उसका प्राथमिक स्वास्थ्य जांच भी कराया। चीतल को कोई गंभीर चोट नहीं था लेकिन कुएं में निकलने के प्रयास में वह सुस्त पड़ गया था। उसे फिर से जंगल के नैसर्गिक वातावरण में छोड़ दिया जाएगा।