लखनऊ
उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में हार के बाद बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और झारखंड राज्यों में पार्टी संगठन की समीक्षा की। लोकसभा चुनाव तैयारियों के निर्देश दिए। पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले खास तौर से दलितों और पिछड़ों के बीच पैठ बढ़ाएगी। मायावती ने कहा कि विभिन्न सरकारों ने नौकरियों में आरक्षण को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया है। यह मुद्दा एससी, एसटी और ओबीसी परिवारों को उद्ववेलित कर रहा है। ऐसे में उनके बीच अपना मिशनरी प्रयास और तेज करना होगा।
बसपा ने इस बार नगर निकाय चुनाव में मुस्लिम कार्ड चला लेकिन सफलता नहीं मिली। उसके बाद हुई समीक्षा में यह बात आई कि महापौर की सीटों पर पार्टी को सिर्फ 12 प्रतिशत और अन्य सीटों पर इससे भी कम वोट मिले। यही वजह है कि समीक्षा बैठक में उन्होंने 'वोट हमारा, राज तुम्हारा, नहीं चलेगा' नारा दिया। इससे साफ हो गया कि लोकसभा चुनाव में बसपा का फोकस दलित और अतिपिछड़ा ही होंगे। बसपा प्रमुख ने कहा कि दिल्ली में केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच अंतहीन टकराव बहुत दुखद है।
मायावती ने भाजपा सरकार पर बोला हमला
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार की सही नीयत व नीति के अभाव में करोड़ों गरीबों, मजदूरों, उपेक्षितों-शोषितों का जीवन बद से बदतर होता जा रहा है। बसपा प्रमुख ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और झारखंड के वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्हें पार्टी का जनाधार बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी और केन्द्र व राज्य की सरकारों पर जमकर प्रहार किया।
बसपा मुख्यालय से यहां जारी एक बयान के अनुसार, करोड़ों गरीबों, मजदूरों के हालात बदतर होते जाने पर बेदह दुख व गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा कि गरीबों, मेहनतकशों व अन्य उपेक्षित समाज के लिए अपेक्षित सामाजिक विकास व आर्थिक तरक्की के संबंध में सरकार की सही नीयत व नीति के अभाव के कारण ही इनके हालात अभी तक सुधर नहीं पा रहे हैं जो सरकारों के बहुप्रचारित विकास के दावे को खोखला साबित करता है।
केंद्र और दिल्ली सरकार की तनातनी को बताया दुखद
केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच जारी तनातनी का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र व दिल्ली सरकार में आपसी अविश्वास, असहयोग व टकराव से आम जनहित प्रभावित हो रहा है, जबकि दिल्ली को इनके बीच आपसी सहयोग से विकास, जनहित व जनकल्याण की बेहतरीन मिसाल होना चाहिए। दोनों के बीच अन्तहीन टकराव दुखद है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव जल्द ही होने की संभावना जताते हुए बसपा प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को केंद्र शासित प्रदेश में भी अपनी तैयारी पूरी रखने की नसीहत दी।
मायावती ने हिमाचल प्रदेश में भी पार्टी को अपनी तमाम कमियों को दूर करके आगे बढ़ने पर जोर दिया। उन्होंने झारखंड में पार्टी में युवा वर्ग को जोड़कर आगे बढ़ने की रणनीति पर बल दिया। बसपा प्रमुख ने यह भी कहा कि देश में लोगों को बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, खराब शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही हैं।