अमृतसर
श्री हरिमंदिर साहिब के आसपास तीन धमाके करने वाला आजादबीर सिंह अपनी गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले भारत-पाकिस्तान सीमा के सटे जिले गुरदासपुर और तरनतारन में भी रहा है। पुलिस को आशंका है कि इन दिनों आरोपित की सीमा पर रहने वाले तस्करों के साथ पहचान हुई है। लेकिन इस बाबत कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ नहीं लग रहा। अब पुलिस ने आरोपित आजादबीर सिंह और अमरीक के लिंक खगालने में जुटी है।
मोबाइल टावर लोकेशंस का पता लगवाया जा रहा
दोनों की मोबाइल डिटेल्स और मोबाइल टावर लोकेशंस का पता लगवाया जा रहा है। पुलिस अरोपितों के तीन महीने के रिकार्ड मंगवाया है। जिससे पता चल सकेगा कि आरोपित किन किन गांवों में कितनी कितनी देर तक रहें हैं। पुलिस को आशंका है कि दोनों के सीमा पर रहने वाले कुछ पुराने तस्करों से पहचान हुई है।
धमाके कर खुद को लाना चाहता था खालिस्तान समर्थकों की नजरों में
जानकारी के मुताबिक बाबा बकाला निवासी आजादबीर सिंह श्री हरिमंदिर साहिब के पास धमाके कर खुद को खालिस्तान समर्थकों की नजरों में लाना चाहता था। देश विदेश से फंडिंग का भी चाहवान था। लेकिन उसे पुलिस ने धर लिया। उक्त सभी खुलासे आरोपित ने पुलिस हिरासत में किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने आजादबीर सिंह सहित पांच आरोपितों को धमाके करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि आरोपित सरकारी क्लर्क के पद से रिश्वतखोरी के केस से बर्खास्त हो चुका है। अब वह किसी तरह पाकिस्तान जाने की फिराक में था। आरोपित ने तीन महीने पहले पासपोर्ट भी अप्लाई किया था। लेकिन उस फाइल की पैरवी तक नहीं की।