बांदा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के करीबी आर्थिक साझेदार जितेन्द्र सापरा की तलाश है। नई दिल्ली व प्रयागराज में उसकी तलाश की जा रही है। ईडी को आशंका है कि मुख्तार की अपराध जगत से होने वाली कमाई को जितेन्द्र सापरा संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में लगाता है।
सूत्रों के अनुसार ईडी को जानकारी मिली है कि जितेन्द्र सापरा मुख्तार और उसके परिवार की कंपनियों में साझेदार है। इसकी एक फर्म मेसर्स मऊ आर्गेनिक है, जो मुख्यत: मुख्तार के दोनों बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी की फर्म है। जितेन्द्र ने इन फर्मों और कंपनियों के जरिए मुख्तार अंसारी और उसके परिवार का पैसा दिल्ली, गाजीपुर और जालौन आदि शहरों में निवेश किया है। वह मुख्तार अंसारी और अफसां अंसारी की फर्म विकास कंस्ट्रक्शन और मुख्तार के साले आतिफ रजा के साथ लगातार लेन-देन करना रहा है। ईडी ने जितेन्द्र की कई संपत्तियों को चिह्नित किया है। ईडी का मानना है कि जितेन्द्र के पकड़े जाने पर मुख्तार के आर्थिक साम्राज्य के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है। इनमें बेनामी संपत्तियों की जानकारी भी शामिल है। इस गिरोह के द्वारा बड़े पैमाने पर मनी लांड्रिंग किए जाने की आशंका है।