कानपुर
निकाय चुनाव के परिणामों ने साफ कर दिया है कि शहर में योगी मैजिक चला ही नहीं बल्कि पूरी तरह छा गया। जहां महापौर पद पर जीत का अंतर बढ़ा वहीं पार्षदों की भी पांच सीट ज्यादा जीतीं। सपा प्रत्याशी ने चुनाव प्रचार में चाहे जितने आरोप लगाए हों लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके दोनों उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने जनता के सामने अपनी जो बात रखी, उस पर मतदाताओं ने भी स्वीकृति की मुहर लगा दी।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नौ मई को मुख्यमंत्री ने अपनी जनसभा में शहर में केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा कराए गए कार्यों को तो बताया ही था, इसके साथ ही उन्होंने एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग के जल्दी शुरू होने, पनकी मंदिर कारिडोर का काम होने की बात तो कही ही, साथ ही गंगा की श्रद्धा के साथ भी खुद को जोड़ा था। दूसरी ओर सपा भ्रष्टाचार के मुद्दों के साथ अराजक ट्रैफिक, अतिक्रमण की बात रख रखा था। मतदान के दौरान मतदाताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के विकास कार्यों पर अपनी संतुष्टि की मुहर लगाई।
ट्रिपल इंजन की सरकार की जो बात मुख्यमंत्री ने कही थी, मतदाताओं ने भी उसे स्वीकारा। खुद सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने इसे प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ईमानदारी, मेहनत, नीतियों की जीत बताया।
उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज के मुताबिक उनके तीन वार्ड बढ़े हैं। उत्तर जिले में पार्टी ने 35 वार्ड जीते हैं। उन्होंने कहा कि यह मोदी, योगी की लहर है। वहीं दक्षिण जिलाध्यक्ष डा. वीना आर्या ने कहा कि उनके जिले में 28 सीटें जीती हैं। उनके अनुसार आम मतदाता के दिल दिमाग में कमल चुनाव चिह्न बस गया है।