जुआ सट्टा और अवेध शराब का खुलेआम खेला जा रहा, पुलिस प्रशासन मौन,
मंडला /जबलपुर
जिले के बीजाडांडी थाना के अन्तर्गत अवैध् कामो का जाल दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा रुकना का नाम ही नही ले रहा है।इन सब कामो को लेकर विगत वर्ष दो गुटो में संघर्ष भी हुआ 1 की जान भी गई और कई जेल में बावजूद इसके यहां पर खुलेआम दिन हो या रात अवेध काम हो रहे है इन लोगो की पहुच ऊपर तक होने से पुलिस भी इनके सामने नत्मस्तक रहती है।उदयपुर इनका मेंन अड्डा है जबलपुर जिले के बाडर से लगा उदयपुर यहाँ पर इन लोगो की मूमेंट ज्यादा रहती है।
ये खुलेआम कार में 7 से 8 लोग घूमते रहते है इनके पास खतरनाक हथियार भी रहते है।इनका काम है लोगो को इकट्ठा करना और रोड में फीलिंडिंग देखना ।जुआ का खेल शाम होते ही चालु हो जाता है और देर रात तक चलता है इन जुआडियो को रेस्टारेंट जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।यहाँ तक की इनको घर से लाने से छोड़ने तक का जिम्मा जुआँ खिलाने वालो का रहता है।सट्टा का खेल अब हाई टेक हो चुका है ,अब पेन कागज की आवस्यकता नही,क्योंकि मोबाइल पर ही मेसेज द्वारा नम्बर लिखे जा रहे है।मोबाइल से ही गूगल पे द्वारा मेमेंट कर दिया जाता है।
ऐसे लिखी जाती है मोबाइल में सट्टा नम्बर व रकम,,,
जैसे,,,, ओपन, 1 – 200
7-100
4- 400
यह ओपन के नम्बर है जिसमे प्रथम 1 य 7 य 4 में 200,100,400 की रकम लगी है,
ऐसे ही क्लोज लिखी जाती है
जोड़ी भी ऐसे ही लिखी जाएगी
जैसे,,,, 34 – 100
66 – 200
यानी 34 नम्बर में 100 रुपए 66 नम्बर में 200 रुपए लगाए गए। ऐसे ही अन्य नम्बरो की जोड़ी में रकम लिखी जाती है ।
ओपन में आने पर 1 रुपए के 9 रुपया भुकतान होगा, क्लोज पर 12 रुपए पर 1000 के लगभग रकम आंशिक आगे पीछे हो सकती है
उदयपुर ,बीजाडांडी ,कालपी,व आसपास के ग्रामो में सट्टे के 3 खेल है,जो खेले जा रहे है।
1,,,,,, टाइम बाजार ओपन 1.15 दोपहर, क्लोज,2.15 दोपहर को आती है।
2,,,,,,, कल्याण,,,, ओपन,,4.10 शाम, क्लोज,,,6.10 बजे शाम को आती है।
3,,,,, राजधानी ओपन,,9. 35 रात्रि व क्लोज,,,रात्रि 12 बजे आती है,
बतादे सट्टे के इस खेल में सबसे अधिक गरीब तबके के लोग मजदूर,हम्माल आटो चालक जैसे लोग फंसे है।कुछ लोग तो नम्बरो की रनिंग खेलते है जिससे वे ओर अधिक लूट रहे है।सट्टे के इस खेल में किसी का बस नही जो इसे बंद करा सके ।
उदईपुर बीजाडांडी में ऐसे सटोरिये है जो ओपन,क्लोज,जोड़ी की रकम स्वयम बगैर डकार के खाते है।क्योंकि खिलाने वाले के पास 99 अंक है। पर खेलने वाले के पास केवल उसी के दो चार अंक पैसे बनाने के चक्कर मे गरीब इस खेल में फंसता जा रहा है ।
चाय और पान की दुकानों में शराब की बिक्री
उदयपुर, कालपी ,बीजाडांडी मनिकसरा,पौड़ी,धनवाहि,कटंगी आदि गांवो में सट्टा का काम तो होता ही साथ ही चाय पान के टपरो में शराब भी बेचीं जा रही है जिसे रोकने वाला कोई नही पुलिस के द्वारा बस इन लोगो को सूचित करके 1 केश दो तीन महीने में बुलवाकर मामूली सी जप्ती बनाकर खानापूर्ती कर दी जाती है।जानकरी के मुताबिक थाणे में हप्ते में मोटी रकम इनके द्वारा पहुचाई जाती है तभी तो सब कुछ जानने के बाद भी पुलिस अनजान बनी बैठी रहती है।