नई दिल्ली
भारतीय ओलंपिक संघ (Indian olympic association ) ने एक बड़ा फैसला किया हैं. आईओए (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के सभी निवर्तमान अधिकारियों को डब्ल्यूएफआई (WFI) के संचालन में किसी भी प्रशासनिक कार्य को करने से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है.
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का ताजा फैसला जंतर-मंतर पर चल रहे है पहलवानों के प्रदर्शन के बाद बेहद अहम माना जा रहा है. ध्यान रहे इससे पहले एक एडहॉक कमेटी बनाई गई थी. जो हर दिन WFI के होने वाले फंक्शन पर नजर रख रही थी, यही कमेटी आने वाले समय में WFI के चुनाव भी करवाएगी.
इस मामले में IOA ने एक आदेश जारी किया है. जिसमें खेल मंत्रालय के 24 अप्रैल के आदेश का भी हवाला दिया गया है. दरअसल, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौनशोषण के आरोप लगे हैं. इसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी. वहीं जंतर-मंतर पर जुटे पहलवान चाहते हैं कि इस मामले में बृजभूषण की गिरफ्तारी होनी चाहिए. बृजभूषण लगातार इस मामले में सफाई दे रहे हैं. वह कई वीडियोज जारी कर खुद को इस मामले में बेगुनाह बता चुके हैं. बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनैतिक षडयंत्र कह चुके हैं.