रायपुर
कोलकाता निवासी प्रकाश जायसवाल से 53 करोड़ के शेयर की धोखाधड़ी के आरोप में तीनों कोठारी बंधुओं को CBI ने उनके घर गिरफ्तार किया। इसके बाद न्यायालय से उनका रिमांड लिया और फिर अपने साथ कोलकाता ले गई। इन तीनों लोगों के खिलाफ महावीर डेवलपर्स के साथ 80 करोड़ रुपए से अधिक के शेयर घोटाले का मामला दर्ज है।
जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल कोलकाता से सीबीआई की 40 सदस्यीय टीम तड़के साढ़े पांच बजे दुर्ग पहुंची थी। सीबीआई ने पूरी फोर्स को अलग-अलग चार टीमों में बांटा। इसके बाद सीए श्रीपाल कोठारी, सुरेश केठारी और सिद्धार्थ कोठारी के घर और ऑफिस में एक साथ छापा मारा।
श्रीपाल कोठारी ने जैसे ही अपने घर के सामने फोर्स को देखा तो दरवाजा बंद करके अंदर रखे दस्तावेजों को जलाना शुरू कर दिया। इसके बाद CBI ने बड़ी मुश्किल से दरवाजा खुलवाया, लेकिन तब तक काफी मात्रा में दस्तावेज जल गए थे। कई घंटों तक घर में उनसे पूछताछ की गई और दस्तावेज खंगाले।
जानिए पूरा मामला
दुर्ग जिले के कोठारी ब्रदर्स पर पश्चिम बंगाल कोर्ट में धोखाधड़ी करने का केस दर्ज है। जिसमें सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और सीए श्रीपाल कोठारी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। मामला साल 2005 का है। शिकायतकर्ता प्रकाश जायसवाल ने रजत बिल्डकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 40 हजार शेयर खरीदे थे। इन शेयर्स की वर्तमान कीमत लगभग 54 करोड़ है। सुरेश कोठारी और उनके भाइयों ने जायसवाल के शेयर्स को धोखे से अपने नाम कर लिया था।
इसके बाद प्रकाश जायसवाल ने कोलकाता के बुर्ताल्ला पुलिस थाने में मामले की शिकायत की थी। जब कोलकाता पुलिस तीनों आरोपियों को पकड़ने में असफल रही तो न्यायालय ने मामले में CBI जांच के आदेश दिए। मामला दर्ज होने के बाद कोठारी बंधुओं ने कोलकाता हाईकोर्ट और सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। उसे भी कोर्ट ने खारिज कर दिया था।