भोपाल.
बीजेपी अब प्रदेश के सभी 57 संगठनात्मक जिलों और मंंडलों में प्रवक्ताओं की तैनाती करेगी। इसकी शुरुआत जिला प्रवक्ता से होगी। अभी हर जिले और संभाग में मीडिया प्रभारी और सह प्रभारी काम कर रहे हैं लेकिन पार्टी को लगता है कि अभी भी कई मोर्चों पर विरोधी दलों को जवाब देने के लिए कुशाग्र युवाओं की जरूरत है। इसलिए ऐसे युवाओं की तलाश की जा रही है जो विरोधी दलों की डर्टी ट्रिक पालिटिक्स का तुरंत सटीक जवाब दे सकें। हर जिले में भाषा, बोली के आधार पर तीन प्रवक्ता नियुक्त होंगे और इसमें कम से कम एक महिला प्रवक्ता नियुक्त की जाएगी।
चुनाव के लिए समय नजदीक आने के साथ बीजेपी अब कार्यकर्ताओं को अधिकतम व्यस्त रखने के साथ जिम्मेदारी सौंपने में जुट गई है। बीजेपी संगठन ने तय किया है कि भाजयुमो और अनुषांगिक संगठनों के ऐसे युवाओं को तलाशा जाए जो पार्टी हित में त्वरित जवाब देने में माहिर हों और कांग्रेस व अन्य विरोधी दलों पर पलटवार कर पार्टी को मजबूत बनाए रखने का काम कर सकें।
इसलिए युवा मोर्चा के वाद विवाद प्रतियोगिता में अच्छा परफार्म करने वालों के अलावा अनुषांगिक संगठनों के ऐसे युवाओं को प्रवक्ता बनाया जाएगा जो अच्छे वक्ता और पढ़ने में रुचि रखने के साथ विषयों का ज्ञान रखते हैं। इस नई व्यवस्था के बाद हर जिले में तीन नए प्रवक्ता बनेंगे और जिला मुख्यालयों में करीब पौने दो सौ प्रवक्ता नियुक्त होंगे।
क्षेत्रीय भाषा के युवाओं को मौका
पार्टी ने तय किया है कि जिलों में नियुक्त किए जाने वाले प्रवक्ताओं में ऐसे युवाओं को तरजीह दी जाएगी जो क्षेत्रीय भाषा और बोलियों में अच्छी पकड़ रखकर जनता के बीच संगठन और सरकार के काम बता सकें। मसलन मालवा-निमाड़ में मालवी, निमाड़ी, विन्ध्य और बुंदेलखंड में बघेली व बुंदेली, महाकौशल और चंबल में स्थानीय भाषा के जानकारों को भाषा और बोली के आधार पर प्रवक्ता बनाया जाएगा ताकि वे इन भाषाओं में पार्टी की आवाज को जनता तक पहुंचा सकें।