रयागराज
माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ की हत्या की जांच के दौरान उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े सनसनीखेज राज सामने आ रहे हैं। पुलिस, एसटीएफ और ईडी अतीक गैंग के आर्थिक साम्राज्य को खंगालने लगीं तो तार विदेशों से जुडते नजर आए। पुलिस को पता चला है कि अशरफ का साला सद्दाम दुबई में है। बरेली जेल में अशरफ के रहने के दौरान हत्याकांड की पूरी साजिश का सूत्रधार सद्दाम था। बरेली में सद्दाम पर मुकदमा दर्ज कर उसे इनामी घोषित किया गया। सद्दाम के साथ ही अतीक गैंग से जुड़े कई और लोगों के दुबई में होने की बात पता चली है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक परिवार और हत्याकांड के आरोपितों के फोन पर दुबई की कई कॉल पकड़ी गई हैं। नंबरों की जांच से साफ हुआ कि दुबई से शूटरों की मदद करने की कोशिश की जा रही थी। एक दूसरे को फोन कर रुपये का इंतजाम भी कराया गया था।
बीस वर्षों से अतीक और उसके आईएस-227 गैंग के राजदार रहे अधिवक्ता खान सौलत हनीफ ने आर्थिक साम्राज्य के जो राज खोले हैं, उसमें विदेश में खरीद गई संपत्ति का भी जिक्र है। अतीक के करीबी दुबई के अलावा सऊदी अरब से भी आरोपितों की मदद में फोन कर रहे थे। सद्दाम अपने दोस्त के साथ दुबई चला गया, यह बात भी वकील सौलत ने कस्टडी रिमांड के दौरान बताई है। अब अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद भी वह लगातार विदेश में बैठ यहां की गतिविधियों पर नजर रख मदद की कोशिश में है। खासकर अतीक-अशरफ की हत्या के बाद यहां की बेनामी करोड़ों की संपत्ति को लेकर फोन कॉल कर रहा है।
हत्यारोपितों की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिनों के लिए बढ़ी
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के तीनों हत्यारोपितों को शुक्रवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रतापगढ़ जिला जेल से पेश किया गया। सीजेएम दिनेश कुमार गौतम ने विवेचक के आवेदन पर आरोपितों की 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ा दी। 25 मई को उनकी पेशी फिर होगी। इससे पहले 29 अप्रैल को अदालत ने 14 दिनों के लिए न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाते हुए तीनों आरोपित लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य को प्रतापगढ़ जेल भेजने का आदेश दिया था।