भोपाल
विलीनीकरण नहीं, अब एक जून को राजधानी में गौरव दिवस मनाया जाएगा। पहली बार यह बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इसको लेकर प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक ली और कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई। इस दिवस की शुरूआत बीते वर्ष से ही होनी थी, लेकिन स्थानीय निकाय के चुनाव के चलते कार्यक्रम भव्य नहीं हो पाया था। इस बार गौरव दिवस के कार्यक्रम की शुरूआत 31 मई को हो जाएगी, एक जून को मुख्य कार्यक्रम होगा। इस दिन लाल परेड ग्राउंड पर स्टार नाइट कार्यक्रम होगा। बता दें कि एक जून 1949 को भोपाल रियासत का भारतीय संघ में विलय हुआ था।
प्रभारी मंत्री सिंह ने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान-2 की समीक्षा भी की। यह अभियान आज से शुरू हो रहा है। सिंह ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत जिले में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रकरणों को संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने के लिए कार्रवाई की जाए। अभियान 10 मई से 31 मई तक चलाया जाएगा। इसमें 67 सेवाओं को लोगों तक पहुंचाया जाएगा और इन सेवाओं का लाभ पात्र हितग्राही को अनिवार्य रूप से दिया जाएगा।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसके लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए और प्रत्येक दिन का डाटा उनको भी उपलब्ध कराया जाए। गौरव दिवस के चलते दो दिन तक शोभायात्रा, दौड़, फूड फेस्टिवल, प्रदर्शनी, हेंडीक्राफ्ट मेला, वाटर एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स, नेचर फोटोग्राफी एवं नेचर वाक जैसी कई एक्टिविटी होगी। ये सभी एक्टिविटी 31 मई और एक जून को होंगी।
गौरव दिवस में ये होंगे कार्यक्रम
एक जून को सुबह 7:30 बजे सफाई मित्रों के साथ जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी सफाई करेंगे। इसमें वार्ड स्तर पर रहवासियों को भी जोड़ा जाएगा। साथ ही स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने के लिए उनके हाथों से ही सफाईकर्मियों का सम्मान कराया जाएगा। इसके बाद सुबह नौ बजे भोपाल शहर के प्रथम गौरव राजा भोज एवं रानी कमलापति की शोभायात्रा निकलेगी। सुबह 9:30 बजे भोपाल शहर के विलीनीकरण की प्रदर्शनी लगेगी। इसी दिन भोपाल के लिए विशिष्ट योगदान के लिए कुछ लोगों का सम्मान भी होगा।