नई दिल्ली
पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया पहले से आसान ज़रूर हो गई है, लेकिन आम आदमी की परेशानी जस की तस बनी हुई है। पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन आप खुद से भी कर सकते हैं। 1500 सौ रुपये चार्ज होता है, लेकिन भुगतान करने वक्त डिस्काउंट होने पर 1350 रुपये लगते हैं। ऑनलाइन आवेदन खुद से करने पर आपको कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा, वहीं बिचौलिए इसके लिए मनमाना चार्ज वसूल करते हैं। आवेदन के बाद आपको अपॉन्टमेंट का तारीख और समय मिलता है, जिसके बाद आपको उस तय दिन और वक्त पर संबंधित सेवा केंद्र जाना पहुंचना होता है।
आप अपॉइन्मेंट के मुताबिक सेवा केंद्र पर पहुंच भी गए और लिंक फेल रहा तो आपको अपॉन्मेंट रिशेड्यूल करना होता है। आप दो बार रिशेड्यूल की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। आपको अपने साथ दस्तावेज़ में आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड की कॉपी ले जानी होगी। वहीं ऑरिजनल दस्तावेज़ भी पास में रखें।
पासपोर्ट सेवा केंद्र पर पहुंचे लोगों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि वह लोग दूर से आते हैं, कभी लिंक फेल रहता है, कभी कर्मचारी नहीं रहता तो कभी कुछ और तकनीकी समस्या हो जाती है। इस तरह अपॉइन्मेंट रिशेड्यूल करना होता है, दूर से आने में पैसे खर्च अलग होते हैं। वक्त भी बर्बाद होता है। सरकार को चाहिए कि पासपोर्ट सेवा केंद्र की तादाद बढ़ाने की बजाय सुविधा को दुरुस्त करवाए ताकि लोगों के अपॉइन्मेंट के मुताबिक काम हो सके। सरकारी काम को लेकर लोगों की यही सोच बन गई है कि वक्त लगता है, चाहे वह काम 1 दिन में होने वाला क्यों ना हो, लोगों के दिमाग में यह बात बैठ जाती है कि सप्ताह भर लग जाएगा। सरकार सुविधा दुरुस्त कर लोगों की सोच बदल सकती है।