नई दिल्ली
विपक्षी एकता के लिए पार्टी-पार्टी तक संपर्क साध रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अगला पड़ाव ओडिशा हो सकता है। खबर है कि वह मंगलवार को सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करने वाले हैं। हालांकि, अभी इस बैठक को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन इसके तार विपक्षी एकता से ही जोड़े जा रहे हैं। इससे पहले भी नीतीश कई राज्यों के अपने समकक्षों से मुलाकात कर चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सीएम आवास 'नवीन निवास' पर करीब आधे घंटे बैठक की योजना है। रिपोर्ट के अनुसार, बीजद के सूत्र बताते हैं कि यह बैठक नीतीश की विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश से जुड़ी होगी। एक बीजद नेता ने कहा, 'बीजद एक मजबूत क्षेत्रीय दल है और ओडिशा के साथ-साथ संसद में भी उसकी खासी उपस्थिति है। अब यह नवीन बाबू पर निर्भर करता है कि वह किसी गठबंधन में शामिल होंगे या न्यूट्रल रहेंगे।'
क्या है बीजद का रुख
बीजद के लोकसभा में 12 सांसद हैं और राज्यसभा सदस्यों की संख्या 8 है। फिलहाल, पटनायक की अगुवाई वाली पार्टी सामान्य रुख अपनाए हुए हैं। वह न ही भारतीय जनता पार्टी और न ही कांग्रेस समर्थित गठबंधन पर झुकाव दिखा रही है। हालांकि, पहले बीजद कई बार एनडीए का समर्थन कर चुकी है। कहा जा रहा है कि बीजेडी का सियासी रुख बदलने की संभावनाएं कम ही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीजद नेता ने कहा, 'जैसा कि हमारे नेता की तरफ से बताया गया है कि ओडिशा के हित में हमारी दिलचस्पी ज्यादा है। हम हमेशा देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने के बारे में सोचते हैं। हमारी कोई राष्ट्रीय महत्वकांक्षाएं नहीं हैं। हम कभी कभी केंद्र सरकार को मुद्दों पर आधारित समर्थन देते हैं।' खास बात है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पटनायक से मार्च में मुलाकात कर चुकी हैं।
कहां पहुंची विपक्षी एकता की बात?
12 अप्रैल को नीतीश ने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। साथ ही वह आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।